ऑनलाइन प्लेटफार्म पर टास्क पूरा कर अधिक रुपये कमाने के लालच में एक युवक ने दस लाख 32 हजार रुपये गंवा दिए. पीडि़त के खाते में रुपये वापस नहीं आए तो उसे ठगी की जानकारी हुई. पीडि़त की तहरीर पर साइबर थाने में केस दर्ज कर लिया गया. साइबर एक्सपर्ट मामले की जांच कर रहे हैं.

गोरखपुर: शाहपुर के बशारतपुर शिवपुरम निवासी सचिन कुमार श्रीवास्तव ने केस दर्ज कराया। उन्होंने बताया कि वाट्सएप ग्रुप में उनका नंबर जोड़ा गया। सात अलग-अलग ग्रुप में 170 लोग जुड़े थे। पहले 10.32 लाख रुपये इन्वेस्ट कराया गया। कंपनी का गुगल रिव्यू भी ठीक था, इस वजह से रुपये लगा दिया। प्रोसेस आगे बढऩे पर टेलीग्राम पर एक ग्रुप से जोड़ा गया। फिर उसने ग़ुगल से एक लिंक भेजा और मेरा आईडी बनवा दिया। बताया गया कि 13 टास्क पूरे करने हैं।

कटने लगे रुपये


आईडी स्क्रीप होने के बाद खातों से अलग-अलग बार में रुपये कटने लगे। पूरा रुपया कटने के बाद बताया गया कि आपका रुपया 15 लाख 7 हजार हो गया है और इसे पाने के लिए मैनेजर के टेलीग्राम आईडी पर जोड़ा गया। फिर कहा गया कि सर्विस चार्ज 7 लाख 53 हजार रुपया देना होगा। फिर कंपनी आपको 80 फीसदी धन वापस कर देगी। यह दिए बिना रुपये वापस नहीं मिलेंगे। इसके बाद ही सचिन को शक हो गया और उसने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई।

Posted By: Inextlive