Gorakhpur News : पब्लिक अप्रूवल रेटिंग में सुधार, आईजीआरएस निस्तारण में गोरखपुर पुलिस पिछड़ी
गोरखपुर (अनुराग पांडेय).अगस्त माह में गोरखपुर को टोटल 7326 वोट मिले थे। जबकि सितंबर माह में अगस्त के मुकाबले वोटों की संख्या घटकर 6775 हो गई। गोरखपुर जिले को सितंबर माह में मिले वोट में 569 की कमी दर्ज की गई है। आईजीआरएस निस्तारण में पीछे पुलिसआईजीआरएस निस्तारण में इस बार अगस्त के मुकाबले और पीछे गोरखपुर पुलिस हो गई। अगर हम बात करें जून माह में 19.9, जुलाई 57.4, अगस्त 35.1 और सितंबर माह में केवल 31.1 परसेंट लोग संतुष्ट नजर आए हैं। जबकि 62.9 परसेंट लोग आईजीआरएस निस्तारण में पुलिस की कार्यप्रणाली से असंतुष्ट हैं। यहां हुआ सुधार
सितंबर में ट्विटर पोल में पुलिस को 38.6 लोगों ने अतिउत्तम बताया है और 32.9 लोगों ने कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए खराब ऑप्शन पर वोट किया है। डायरेक्ट पोल में अतिउत्तम 81.2 और 7.2 लोगों ने खराब परफॉर्मेंस बताई है। इसी तरह एफआईआर में 19.2 अतिउत्तम और 19 परसेंट लोगों ने खराब बताया है। अव्वल है पीआरवी की रिपोर्टपीआरवी रिस्पांस में गोरखपुर पुलिस हमेशा अव्वल रहती है। इसमे भी अगस्त के मुकाबले सितंबर माह में रेटिंग और बढ़ गई है। जून में 72.3, जुलाई में 74.5, अगस्त में 73.2 और सितंबर 77.6 परसेंट रेटिंग गोरखपुर पुलिस को मिली है। पीआरवी के रिस्पांस से पब्लिक संतुष्ट है।
सितंबर में रेंज की पब्लिक अप्रूवल रेटिंग (परसेंट में)गोरखपुर 55.85देवरिया 61.80कुशीनगर 73.12महराजगंज 62.80 (नोट: अगस्त के मुकाबले सितंबर में गोरखपुर की रेटिंग में 0.30 परसेंट का इजाफा हुआ है.) पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए पब्लिक अप्रूवल सिस्टम की शुरुआत की गई थी। इसका फायदा दिख रहा है। पहले की तुलना में पुलिस और अधिक एक्टिव हो गई है। उसकी रैंक में भी सुधार हो रहा है।अखिल कुमार, एडीजी जोन