Gorakhpur News: सुरक्षा मानकों की अनदेखी से सिर पर मंडरा रहा खतरा
गोरखपुर : इसी तरह शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़क चौड़ीकरण और ओवरब्रिज निर्माण कार्य चल रहे हैं, जहां सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जा रही है। इसे लेकर कार्यदायी संस्था सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से भी कई बार शिकायतें हो चुकी हैं, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई।
पैडलेगंज-टीपीनगर के बीच सिक्स लेन किनारे नाला और सर्विस लेन के निर्माण के साथ ही सिक्स लेन ओवरब्रिज का भी निर्माण चल रहा है। जगह-जगह सड़क के बीच में ही निर्माण सामग्री रखी गई है। बिना बैरिकेङ्क्षडग के ही सड़क-नाले की खोदाई शुरू हो जाती है। गुरुवार को पैडलेगंज-छात्रसंघ चौराहे के बीच राजवंशी अस्पताल के ठीक सामने नाला खोदाई का काम बिना किसी बैरिकेङ्क्षडग के चलता पाया गया जबिक बड़ी संख्या में मरीज और तीमारदार के साथ ही निर्माण स्थल से लेकर श्रमिक आ-जा रहे थे।
बरगदवां चौराहा से जेल बाईपास रोड पर रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के दौरान हुए हादसे से पहले यह तय था कि क्रेन चालक ट्राला पर रखे गर्डर उतारेगा। लेकिन, इसको लेकर लापरवाही बरती गई, जिससे एसएसबी इंस्पेक्टर की जान चली गई। गनीमत रही कि घटना के समय कोई चार पहिया वाहन नहीं गुजर रहा था। जब हादसा हो गया तो आनन- फानन मौके पर बैरिकेङ्क्षडग की गई और सुरक्षा घेरा पट्टी लगाई गई ताकि जांच में उच्चाधिकारियों के सामने लापरवाही सामने न आ जाए।
76.27 करोड़ से बन रहा एक किमी लंबा ओवरब्रिज
बरगदवां चौराहा से फर्टिलाइजर और स्पोट््र्स कालेज होते हुए जेल बाईपास रोड पर बरदगवां में नकहा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे गेट पर करीब एक किमी लंबा ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। कार्यदायी संस्था सेतु निगम की ओर से इसका निर्माण कार्य जनवरी 2022 में शुरू कराया गया है। इसके लिए शासन ने 76 करोड़ 27 लाख रुपये का बजट जारी किया है। इसमें रेलवे भाग में 113.20 मीटर लंबाई में ओवरब्रिज का काम करने के लिए रेलवे प्रशासन ने 13.43 करोड़ रुपये अंशदान दिए हैं। रेलवे के ठीकेदार मित्तल ब्रदर्स की ओर से रेलवे लाइन के ऊपर करीब एक माह पूर्व काम शुरू कराया गया है। रेलवे लाइन के ऊपर ब्रिज बनाने के लिए गर्डर मंगाया गया है। उसे ट्राला वाहन से बरदगवां रेलवे गेट पार करते ही फर्टिलाइजर मोड़ के समीप उतारा जा रहा था। गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे रेलवे गेट पार करके जैसे ही बाइक सवार एसएसबी के दोनों इंस्पेक्टर वहां पहुंचे। जंजीर का हुक टूटने से गर्डर गिर पड़ा, जिससे पीछे बैठे इंस्पेक्टर विजेंद्र ङ्क्षसह कुठारी की मौत हो गई। साथी घायल हो गए।
लोड का अंदाजा भी नहीं लगा सका क्रेन चालक
पुलिस की जांच में सामने आया कि क्रेन चालक को लोड का अंदाजा नहीं था। उस चेन से रोजाना वह हल्के वजन के सामान उठाता था। लेकिन गर्डर के वजन का वह अंदाजा नहीं लगा सका। आरोप है कि मौके पर कोई साइट इंजीनियर भी मौजूद नहीं था, जबकि कामकाज की निगरानी कार्यदायी संस्था की है।
कोट- 1
निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश काम शुरू करने के पहले ही दिए गए हैं। मौके पर काम शुरू कराने के दौरान यदि कोई अवरोध आता है तो इसके लिए जिला प्रशासन को अवगत कराकर सुरक्षा प्रबंध किए जाते हैं। ऐसे हादसों की रोकथाम के लिए व्यापक प्रबंध किए जाएंगे। मामले की जांच की जा रही है यदि लापरवाही सामने आई तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.-
मिथिलेश कुमार, महाप्रबंधक, सेतु निगम
कोट- 2
घटना के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। मौके पर तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों का कहना है कि जिस एलाइनमेंट पर घटना हुई वहां डायवर्जन किया गया था। दूसरे एलाइनमेंट पर आवागमन की व्यवस्था की गई है। लेकिन, रिपोर्ट से ही सबकुछ स्पष्ट होगा। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.- पंकज कुमार ङ्क्षसह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलव