गोरखपुर नंदानगर के निवासी दीपांशु राय रोज शहर में किसी न किसी काम से बाहर बाइक से जाते हैं चालान के डर से हेलमेट भी लगाते है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। लेकिन इधर कुछ दिनों से हेलमेट लगाने की वजह से उन्हें गर्दन में दर्द उभर गया है। गोरखपुर में कई डाक्टर को भी दिखाए, लेकिन बीएचयू वाराणसी के न्यूरो सर्जरी विभाग की ओपीडी में डॉक्टर से परामर्श लिए तो पता चला कि सर्वाइकल की प्रॉब्लम है। छह महीने इलाज के बाद दर्द कम हुआ और डॉक्टर ने सलाह दी कि कम वजन वाले हेलमेट का इस्तेमाल करें। ताकि गर्दन पर दबाव न बढ़े और सुबह में एक्सरसाइज जरुर करें।केस 2 मोहद्दीपुर रहने वाले कुशाग्र रंजन कुछ दिन पहले अपने रीड की हड्डी के दर्द से परेशान थे, मेडिकल कॉलेज में उन्होंने दिखाया। वहां पर दिखाने के बाद डॉक्टर ने सलाह दिया कि आप कुछ समय तक हेलमेट लगाना बंद कर दीजिए और प्रतिदिन एक्सरसाइज करिए। उसके बाद से उनके रीढ़ की हड्डी और गर्दन दर्द से आराम मिलने लगा है।
जूझ रहे सर्वाइकल की प्राब्लम से


यह दो केस बताने के लिए काफी है, ऐसे सैकड़ों युवा है जो चालान के डर से हेलमेट तो लगा रहे हैैं, लेकिन गर्दन में दर्द से प्राब्लम भी बढऩे लगी है। इस तरह के मामले बीआरडी मेडिकल कालेज के न्यूरो और आर्थो डिपार्टमेंट में मामले भी तेजी के साथ आ रहे है। प्रतिदिन ओपीडी में आने वाले मरीजों में युवाओं की संख्या भी काफी अत्यधिक है। जो हेलमेट और गलत पाश्चर में बैठने की वजह से उन्हें सर्वाइकल की समस्या से जूझना पड़ रहा है। मार्केट में मिल रहे सस्ते हेलमेटपुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए चालक जल्दबाजी में ऐसे अमानक व सस्ते हेलमेट खरीदकर पहन रहे हैं जो उन्हें गर्दन की बीमारी से पीडि़त कर दे रहा है। दर्जनों लोग हेलमेट से गर्दन में दर्द की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं।गड्ढ़े भी बन रहे वजहबीआरडी मेडिकल कालेज के आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के डॉ। पवन प्रधान बताते है कि युवाओं में न सिर्फ हेलमेट पहनने से उनके गर्दन में दर्द है। बल्कि सड़कों पर गड्ढों के कारण भी हेलमेट पहनकर वाहन चलाने से दिक्कतें बढ़ रही है। इसी तरह हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ। बीबी त्रिपाठी बताते है कि सड़क के गड्ढों में से वाहन निकालने पर कमर और गर्दन में धक्का लगता है। अमानक हेलमेट इस धक्के से गर्दन की नस को अधिक दबाता है। इससे दर्द शुरू हो जाता है।क्वालिटी का भी रखें ध्यान

वहीं यातायात विभाग की माने हेलमेट चेकिंग के कारण लोग हेलमेट खरीद रहे हैं, लेकिन क्वालिटी पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। दुकानदार सड़कों पर हेलमेट की दुकान लगाकर हेलमेट बेच रहे हैं। बिना आईएसआई मार्क के हेलमेट बेचे जा रहे हैं.आम जनता चालान से बचने के लिए किसी भी क्वालिटी का हेलमेट खरीद ले रही है।हेलमेट से होने वाले रोग सर्वाइकल स्पांडलाइटिसमाइग्रेन गर्दन में अकडनन्यूरो कॉम्पलिकेशन

Posted By: Inextlive