Gorakhpur News: हाई बीपी स्ट्रोक और मायोकॉर्डियल इंफाक्र्शन से युवाओं को दगा दे रहा दिल
गोरखपुर (ब्यूरो)। इन युवाओं में सबसे ज्यादा जो फैटी यानी मोटापा से ग्रसित हैैं। उनमें दिल की बीमारी ज्यादा हो रही है। वहीं, कॉडिर्योलाजिस्ट की मानें तो मोटापा से ग्रसित युवाओं में हाई बीपी स्ट्रोक और मायोकार्डियल इंफाक्र्शन के कारण उनमें दिल की बीमारी तेजी के साथ उभर रही है। उन्हें प्रॉपर और समय से इलाज नहीं दिया गया तो आगे खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसके लिए एक्सरसाइज भी सजेस्ट की जा रही है। युवाओं मेें तेजी के साथ उभर रहा दिल की बीमारी
जिला अस्पताल के कार्डियोलाजिस्ट डॉ। रोहित गुप्ता ने बताया कि सर्दियों में दिल की बीमारियों के मामलों में इजाफा होता है और इसकी चपेट में युवा भी आ रहे हैं। युवाओं में बिगड़ती लाइफ स्टाइल, अव्यवस्थित खानपान, बुरी आदतें, व्यायाम की कमी, कार्य क्षेत्र में तनाव आदि कई कारण है। वहीं, बीआरडी मेडिकल कालेज के कार्डियोलाजिस्ट डॉ। कुनाल सिंह ने बताया कि अब हृदय संबंधित बीमारियां बढऩे लगी हैं। पहले जहां अस्पतालों में हार्ट से संबंधित समस्या के लिए 10 प्रतिशत युवा आते थे। वहीं, अब इनकी संख्या बढ़कर 35 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह बीमारी बच्चों में आनुवांशिक, युवाओं में खराब जीवनशैली, मध्यम और बुजुर्र्गों में वाल्व से संबंधित समस्या के कारण होती है। मोटापा भी वजह
उन्होंने बताया कि युवाओं में दिल की बीमारियों के बढ़ते मामलों के पीछे एक बड़ा कारण मोटापा है। मोटापे के कारण शरीर में प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे दिल पर अधिक दबाव पड़ता है। इसके अलावा, युवाओं में तनाव की समस्या भी बढ़ रही है, जो दिल की बीमारियों का एक प्रमुख कारण है। युवाओं में सीवीडी के अलावा, मोटापा हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को बढ़ाता है। लगातार हाई बीपी स्ट्रोक, मायोकार्डियल इंफाक्र्शन, दिली की विफलता, और धमनी के जोखिम कारकों में से एक है और क्रोनिक किडनी विफलता का एक प्रमुख कारण है फिजियोथिरेपिस्ट की राय से घर में करें एक्सरसाइज- फिजियोथिरेपिस्ट डॉ। रविंद्र कुमार ओझा बताते हैैं कि व्यायाम करने से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे नसें फैलती हैं और दिल पर दबाव कम होता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।- व्यायाम में स्पॉट रनिंग घर में ही 10 से 15 मिनट तेज चलें, 10 से 15 मिनट स्किपिंग (रस्सी कूदना) करें, साधारण जंप भी कर सकते हैं, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें, हाथ पैर कमर के व्यायाम को भी शामिल करें। सिटअप और पुशअप भी कर सकते हैं।
- घर में अगर ट्रेडमिल है तो उस पर चलें, फिक्स साइक्लिंग करें, जिसे डांस का शौक है वे डांस कर सकते हैं।- कार्डियो एक्सरसाइज की श्रेणी में हाई नी मार्च को करना सबसे आसान है, इसे करने में काफी ऊर्जा खर्च होती है। साथ ही शरीर की सहनशक्ति में वृद्धि होती है।