स्वच्छ भारत मिशन-नगरीय के अंतर्गत साफ-सफाई में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सात स्वच्छ तीर्थ शहरों में गोरखपुर को भी नामित किया गया है. अध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाले शहर को नामित किए जाने से नगर निगम में खुशियां छा गईं है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इसके साथ ही अब जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। मार्च-अप्रैल में स्वच्छ भारत मिशन की टीम रैकिंग के लिए आने वाली है, ऐसे में सभी मानक पर भी खरा उतरना होगा। स्वच्छ भारत मिशन के नोडल अफसर डॉ। मणि भूषण तिवारी ने बताया कि नगर निगमों में अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज, मथुरा-वृंदावन व गोरखपुर शामिल किया हैं। जबकि नगर पालिकाओं में मिर्जापुर व कुशीनगर को शामिल किया गया है। केंद्र सरकार की ओर से मांगी गई स्वच्छ तीर्थ शहरों की सूची का प्रस्ताव केंद्र सरकार के आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव व मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन नगरीय को भेज दिया है। केंद्र इस पर मुहर लगाएगा। गोरखनाथ मंदिर और गीता प्रेस शहर ही पहचान


गोरखपुर की पहचान गोरखनाथ मंदिर और गीता प्रेस की वजह से होती है। यहां साल भर लोगों के आने का सिलसिला चलता रहता है। गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति पर लाखों लोग पहुंचते हैं। यही नहीं योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से शहर ने जो विकास की रफ्तार पकड़ी है, उससे शहर राष्ट्रीय फलक पर भी उभरा है। अब स्वच्छ तीर्थ शहर में चयन से प्रदेश में अलग पहचान बनाई है। टूरिस्ट्स को कई सुविधाएं मिलेंगी

स्वच्छ तीर्थ शहर के गोरखपुर का चयन होने से अब संभावना जताई जा रही है कि यहां आने वाले टूरिस्ट्स के लिए कई बेहतर सुविधाएं मिल सकती हैं। हालांकि जारी लेटर में इसका कोई जिक्र नहीं किया गया है। आसार हैं कि पयर्टन के दृष्टिकोण से शहर में कई डेवलपमेंट किए जाएंगे। इसमें वॉल पेटिंग प्रमुख हैं। शहर में देवी देवताओं के वाल पेटिंग बनने से तीर्थ शहर होने का आभास होगा। देवी-देवताओं की लगेंगी मूर्तिमहानगर में जगह-जगह देवी-देवताओं की मूर्तियां लगायी जाएंगी। अयोध्या धाम की तरह मूर्तियां लगेंगी। नगर निगम प्रमुख स्थानों और सड़कों के डिवाइडर के बीच में ऊंचाई पर मूर्तियों की स्थापना कराएगा। मूर्तियों की सफाई के लिए अलग से टीम बनाई जाएगी। इससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को महानगर की भव्यता तो दिखेगी ही देवताओं की मूर्तियां स्थापित होने से सफाई को भी बढ़ावा मिलेगा।ये व्यवस्थाएं होनी चाहिए दुरुस्त सड़कें अच्छी हो पेयजल की समुचित व्यवस्थालाइटिंग व्यवस्था दुरुस्त होटूरिस्ट्स के ठहरने का समुचित स्थानआवागमन में कठिनाई न हो

स्वच्छ तीर्थ शहर में गोरखपुर का चयन किया गया है। यह एक प्रकार की उपलब्धि है। स्वच्छ भारत मिशन की ओर से शहर में लगातार बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 23 में गोरखपुर को नंबर एक रैंकिंग भी हासिल होगी।
- डॉ। मणि भूषण तिवारी, नोडल अफसर, स्वच्छ भारत मिशन

Posted By: Inextlive