Gorakhpur News : साइबर क्राइम पर चुप्पी तोड़ो, खुलकर बोलो, एक्सपर्ट ने दिए टिप्स, बच्चों ने जानें साइबर अपराध से बचने के आइडिया
गोरखपुर (ब्यूरो)।साइबर अपराधियों के जाल में फंसे लोगों को ब्लैकमेलिंग के तिलिस्म और लोक-लाज को छोड़कर फौरन कंप्लेन करनी चाहिए। यही इसका असली और सही इलाज है। ये बातें दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से सिविल लाइन स्थित कैटलिस्ट में आर्गनाइज साइबर अवेयरनेस प्रोग्राम में बच्चों को अवेयर करते हुए गोरखपुर पुलिस के अफसरों ने बताईं। भूलकर भी अंजान एप ना डाउनलोड करें
एसपी क्राइम इंदूप्रभा सिंह ने बच्चों को समझाते हुए कहा कि अचानक से साइबर क्राइम बढ़ गया है। इसका सबसे बड़ा कारण हर इंसान के पास स्मार्ट मोबाइल का होना है। इस पर इंटरनेट जानकारी का खजाना है तो साइबर अपराधी भी एक्टिव हैं। इसलिए कभी भी कोई कॉल करके किसी योजना के बहाने आपसे एप डाउनलोड करने को कहे तो ऐसा कतई ना करें। नहीं तो आप अपना ही पैसा गंवा सकते हैं और मोबाइल का डेटा भी आपका चोरी हो सकता है, जिससे आपको ब्लैकमेल किया जा सकता है। उन्होंने आगे बताया कि कोई अंजान आदमी आपको कोई लिंक भेजता है तो उसे भी क्लिक ना करें। ऐसा करने पर आपके मोबाइल का कंट्रोल जालसाज के पास पहुंच जाएगा। नहीं बच सकते साइबर अपराधी
सोशल मीडिया पर आए दिन स्कूलों और कॉलेजों से शिकायतें आती है। कुछ स्टूडेंट सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल कर दूसरे को परेशान करने लगते हैं। लेकिन ऐसा करने वाले कुछ ही दिन बच सकते हैं। साइबर अपराध को रोकने के लिए बनाई गई पुलिस टीम इतनी एक्सपर्ट होती है कि वे कुछ दिन में ऐसे अराजक तत्वों को खोज निकालती है। इधर कई मामले ऐसे आए, जिसमें स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट जो साइबर अपराध में लिप्त पाए गए। उन पर कार्रवाई की गई है। लड़कियों के अकाउंट बनाकर फ्रॉडसाइबर अपराध थाना के प्रभारी उपेन्द्र सिंह ने बताया कि आजकल सोशल मीडिया पर ढेर सारे फेक अकाउंट चल रहे हैं। लड़के लड़कियों की तस्वीर लगाकर फेक अकाउंट बनाए हुए हैं। फेक अकाउंट के जरिए लोगों को फंसाकर बदमाशी भी करते हैं। सबसे गंभीर साइबर अपराधों में इस समय सेक्सटॉर्शन के शिकार बहुत लोग हो रहे हैं। इसमे वाट्सएप कॉल कर कुछ मिनटों की जालसाज स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर ले रहे हैं। फिर उसे अश्लील कंटेंट में बदलकर लोगों ब्लैकमेलिंग कर रहे हैं। ऐसी नौबत आने पर तत्काल शिकायत करना ही इसका सही इलाज है। फेक लोन अप्लीकेशन से फ्रॉड
इसी तरह साइबर एक्सपर्ट शशिकांत ने बताया कि फेक लोन अप्लीकेशन से खूब फ्रॉड हो रहे हैं। पढऩे लिखने वाले स्टूडेंट पैसे के अभाव में ऐसे अप्लीकेशन यूज करते हैं। जिसमें वे सारे डॉक्यूमेंट भी दे देते हैं। बाद में उसी डॉक्यूमेंट से आपकी ब्लैकमेलिंग शुरू हो जाती है। कूरियर के नाम पर भी खूब फ्रॉड हो रहे हैं। इसलिए ऑनलाइन सामान मंगाते समय सावधानी बरतना जरूरी है। साइबर अपराध हो जाने पर यहां लें मददहेल्प लाइन नंबर- 1930वेबसाइट- cybercrime.gov.inएक्सपर्ट ने बहुत ही अच्छी बात समझाई। साइबर क्राइम में फंसने वाला जालसाज की कठपुतली बन जाता है। जबकि ऐसा कुछ भी होने पर तत्काल शिकायत करनी चाहिए।पुनीत सिंह, स्टूडेंटएक्सपर्ट ने बताया कि कभी भी अंजान लोगों से सावधान रहना चाहिए। कोई भी परेशानी हो उसको पेरेंट्स से जरूर शेयर करनी चाहिए। मेरे हिसाब से पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया का यूज भी कम करना चाहिए। आराधना मणि त्रिपाठी, स्टूडेंटआज सोशल मीडिया पर हर कोई है। ऐसे में सबसे जरूरी है कि लोग अवेयर हों और जाने कि सोशल मीडिया की दुनिया क्या है। बच्चों को खासतौर से अवेयर करते रहना चाहिए। रजनीश सिंह, डायरेक्टर, कैटलिस्ट