गोरखपुर-काठमांडू और महानगर में विशेष इलेक्ट्रिक बस के संचालन के लिए सिर्फ तारीख पर तारीख मिल रही है. परिवहन निगम की ओर से दशहरा और दीपावली पर बस चलाने के लिए तारीख फिक्स की गई लेकिन अभी फाइल नहीं होने पर बस सड़कों पर दौड़ नहीं पाई हैं. हालत यह है कि वर्कशॉप में गोरखपुर-काठमांडू के संचालित होने वाली बस तैयार है. वहीं विशेष इलेक्ट्रिक बस का किराया और रूट निर्धारित नहीं किया जा सका है.


गोरखपुर (ब्यूरो).गोरखपुर से काठमांडू की यात्रा के लिए परिवहन निगम इंटरनेशनल एसी बस सेवा शुरू करने का दावा किया था। लेकिन बस का संचालन शुरू नहीं किया जा सका। जबकि भारत और नेपाल सरकार की ओर से बस सेवा संचालित करने की मंजूरी मिल चुकी है। वहीं राप्तीनगर वर्कशाप में बस तैयार होकर खडी है। निगम ने दशहरा में में बस का उद््घाटन कराने का दावा किया था। बताते चलें कि गोरखपुर-काठमांडू बस सेवा के लिए राप्तीनगर डिपो की एसी जनरथ बस का चयन किया गया है, यात्रा करने वाले पैसेंजर्स को गोरखपुर बस स्टेशन परिसर में आरक्षित काउंटर से टिकट की व्यवस्था की गई है। जबकि एसी बस का किराया भी फिक्स किया जा चुका है मगर अभी तक बस का संचालन नहीं किया जा सका है। सात मई को पहुंच गई थी बसें
महानगर में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यटकों की सहुलियत के लिए सात मई को दो विशेष इलेक्ट्रिक बसें महेसरा डिपो पहुंच गई थी। इन बसों को एयरपोर्ट से रामगढ़ताल, नौकायन होते हुए चिडिय़ाघर तक चलाने की स्कीम है। वर्तमान में संचालित हो रही इलेक्ट्रिक बसों की तुलना में पर्यटकों को सैर कराने आई ये विशेष बस करीब डेढ़ गुना ज्यादा क्षमता की है। एक बस की कीमत एक करोड़ 38 लाख रुपए है। 12 मीटर लंबी इस बस में एक साथ 54 लोग सफर कर सकते हैं। साथ ही कई आधुनिक सुविधाओं से ये बस लैस हैं। गोरखपुर-काठमांडू बस सेवा संचालित करने की तैयारी पूरी कर ली गई हैं लेकिन अभी तक उद्घाटन की डेट नहीं मिलने की वजह से सेवा शुरू नहीं हो पाई है। वहीं विशेष इलेक्ट्रिक बस का किराया और रूट फाइनल नहीं हुआ है। नगर निगम के अधिकारियों के साथ मीटिंग होने के बाद रूट और किराया फिक्स होने का बाद बस का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। पीके तिवारी, आरएम, गोरखपुर

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