भारत में हर साल एक से सात सितंबर तक नेशनल न्यूट्रिशन वीक मनाया जाता है. इसका उद्देश्य लोगों में पोषण और सेहत के प्रति जागरूकता बढ़ाना है. इसका आयोजन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जाता है.

इसका उदेश्य नागरिकों को संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली का इम्पार्टेंस समझाना है। इसके तहत विभिन्न कार्यक्रमों, वर्कशॉप्स का आयोजन किया जाता है। नेशनल न्यूट्रिशन वीक 2024 की थीम न्यूट्रीयस डाइट्स फॉर एवरीवन रखा गया है।

सितंबर में क्यों?


भारत में नेशनल न्यूट्रिशन वीक सितंबर में ही क्यों मनाया जाता है का जवाब देते हुए एक्सपर्ट बताते हैं कि यह समय कृषि और मौसम दोनों के संदर्भ में महत्वपूर्ण होता है। सितंबर में खरीफ फसलों की कटाई शुरू होती है, जिनमें मुख्य रूप से अनाज, दालें, और सब्जियों का उत्पादन करती हैं। यह फसल का समय होता है, जब पोषक तत्वों से भरपूर ताजे खाद्य पदार्थ आसानी से उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा, मानसून के बाद का यह समय नई फसलों के आने और मौसम के बदलने के कारण स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता का भी समय होता है।

डॉ। अखिलेश जायसवाल ने बनाया सितंबर का डाइट चार्ट

सुबह का नाश्ता


दलिया या ओट्स (फल और नट्स के साथ)
एक ग्लास ताजे फलों का जूस (जैसे संतरा, मौसमी)

मॉर्निंग स्नेक्स


एक फल (जैसे सेब, केला, या पपीता)
मु_ी भर भुने हुए बादाम या अखरोट

दोपहर का भोजन


मल्टीग्रेन रोटी (2-3)
हरी सब्जी (पालक, भिंडी, या गाजर)
दाल (अरहर, मूंग)
एक बाउल दही
सलाद (ककड़ी, टमाटर, गाजर)

शाम का स्नेक्स


मिक्स्ड नट्स और बीज
हर्बल चाय या ग्रीन टी

रात का भोजन


ब्राउन राइस या क्विनोआ
पनीर या टोफू की सब्जी
हल्का सूप (मसूर दाल या सब्जियों का)

रात में सोने से पहले


एक गिलास हल्दी वाला गर्म दूध

डाइटिशियन की सलाह
- ताजे और मौसमी फलों व सब्जियों को डाइट में शामिल करें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं (8-10 गिलास प्रति दिन)
- जंक फूड और तले हुए खाने से बचें
- नियमित अंतराल पर छोटे-छोटे मील्स लें

आज के दौर में, युवाओं का झुकाव फास्ट फूड की ओर तेजी से बढ़ा है, जो सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। नेशनल न्यूट्रिशन वीक हमें यह याद दिलाता है कि हमारे शरीर को स्वस्थ और फिट रखने के लिए न्यूट्रिशियस फूड कितना महत्वपूर्ण है। एक अच्छा डाइट प्लान न केवल हमारे शरीर को फिट रखता है, बल्कि हमें बीमारियों से भी बचाता है।


डॉ। अखिलेश जायसवाल, आनंद लोक हॉस्पिटल

नेशनल न्यूट्रिशन वीक का महत्व हमें हमारे खानपान की आदतों पर विचार करने के लिए प्रेरित करता है। आजकल के युवाओं में फास्ट फूड का क्रेज बढ़ता जा रहा है, जो हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हमें न्यूट्रिशस फूड जैसे ताजे फल, सब्जियां और प्रोटीन से भरपूर आहार को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। फिट रहने के लिए नियमित व्यायाम के साथ संतुलित आहार बेहद जरूरी है।


डॉ। शैलेंद्र चौरसिया, दुर्गावती हॉस्पिटल

फास्ट फूड यूवाओं की पहली च्वाइस है, वे जब भी बाहर जाते हैैं फास्ट फूड ही खाना चाहते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि डेस्टिनेशन वाले जगहों पर फास्ट फूड का ऑप्शन ज्यादा होता है। भारत में फास्ट फूड का कल्चर बंद होना चाहिए और न्यूट्रीयस फूड को बढ़ावा देना चाहिए।


विक्की, स्टूडेंट

शरीर ही सबसे बड़ा धन है, इसे संभाल कर रखना ही लोगों की प्राथमिकता होनी चाहिए। न्यूट्रिशन वीक एक अच्छी पहल है जो हमे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करती है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छे भोजन के साथ योग भी जरूरी है।

Posted By: Inextlive