Gorakhpur News: सीबीएसई स्कूलों में दिव्यांग बच्चों को नहीं महसूस होगा भेदभाव, जानिए क्या वजह
Gorakhpur News: सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में पढऩे वाले दिव्यांग छात्रों को अब किसी तरह की दिक्कत नहीं होने पाएगी। स्कूल में ऐसे छात्रों के लिए स्पेशल अरेंजमेंट किए जाएंगे, जिससे उनके भीतर भेदभाव या असमानता का भाव न पैदा होने पाए। इसको लेकर सीबीएसई ने चिल्ड्रेन विद स्पेशल नीड्स (सीडब्ल्यूएसएन) गाइडलाइन को लागू करने लिए सर्कुलर जारी कर दिया है। नए सर्कुलर को इंप्लीमेंट करना सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों और नई मान्यता लेने वाले सभी स्कूलों के लिए कंपलसरी है। सीडब्ल्यूएसएन के तहत स्कूलों को डिसेबल फ्र ंडली टॉयलेट, रैंप, एंट्री और एग्जिट गेट पर व्हील चेयर, एलिवेटर और लिफ्ट जैसी बुनियादी सुविधाएं देनी होंगी।
अभी तक ग्राउंड फ्लोर
सीबीएसई के सेक्रेटरी हिमांशु गुप्ता की ओर से सभी स्कूलों को स्पेशल स्टूडेंट्स को हर तरह की बुनियादी सुविधाएं देने के लिए सर्कुलर जारी किया गया है। अभी तक स्कूलों में दिव्यांग स्टूडेंट्स की एजुकेशन की बात करें तो स्कूलों की ओर से आमतौर पर ग्राउंड फ्लोर में ही उनके लिए सभी फैसिलिटीज का इंतजाम होता था। लेकिन सीडब्ल्यूएसएन के तहत स्कूलों को अब वह सारी फैसिलिटीज देनी होगी जो कि एक कॉमन स्टूडेंट को दी जाती है। स्कूल के हर फ्लोर और हर डिपार्टमेंट में जाने के लिए रैंप, लिफ्ट और साइन आदि का अरेंजमेंट करना होगा।
होगी ये फैसिलिटीज
सीडब्ल्यूएसएन के अनुसार सीबीएसई ने स्कूलों को आठ प्वाइंट बताए हैं। जिसमेेंं स्कूलों को डिसेबल स्टूडेंट्स को बिना किसी भेदभाव किए समान रूप से दूसरों के साथ खेलने, एंटरटेनमेंट और एकेडमिक फैसिलिटी देनी होगी। इसके अलावा बिल्डिंग, कैंपस और फैसिलिटीज को सुलभ बनाना होगा। रीजनेबल एकमोडेशन की व्यवस्था करनी होगी। ब्लाइंड और डीफ स्टूडेंट्स के लिए उनके कंफर्ट के हिसाब से लैंग्वेज और कम्यूनिकेशन के माध्यमों से एजुकेशन देनी होगी। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी विद हाई अटेंडेंट्स देनी होगी। कुल मिलाकर सीबीएसई की ओर से जारी सर्कुलर में यह साफ हो गया है कि डिसेबल स्टूडेंट्स को एक समान शिक्षा मिलना तय है।
सीबीएसई की ओर से जारी सर्कुलर में यह साफ कर दिया गया है कि यह फैसिलिटी सभी स्कूलों को देनी होगी। नई मान्यता के समय इन सभी फैसिलिटीज को चेक किया जाएगा। इसके अलावा पहले से चल रहे स्कूलों को भी यह फैसिलिटी देनी होगी। ऐसे में कोई भी पुरानी मान्यता वाला स्कूल यह नहीं कह पाएगा कि उनकी मान्यता के समय यह रूल्स नहीं थे। मान्यता के रिन्यूवल के समय भी सीडब्ल्यूएसएन को देखा जाएगा।
ये अहम प्वाइंट्स
1- दूसरों के साथ खेलने, एंटरटेनमेंट और एकेडमिक फैसिलिटी देनी होगी
2- बिल्डिंग, कैपस और फैसिलिटीज को सुलभ बनाना होगा
3- रीजनेबल एकमोडेशन की व्यवस्था भी स्कूल मैनेजमेंट को करनी होगी
4- ब्लाइंड व डीफ स्टूडेंट्स के लिए उपयुक्त लैंग्वेज और कम्यूनिकेशन सुविधा
5- ट्रांसपोर्ट फैसिलिटी विद हाई अटेंडेंट्स देनी होगी
अजित दीक्षित, कोआर्डिनेटर, सीबीएसई