संविधान दिवस के महत्व को समझाने और यूथ एक्टीविटीज को बढ़ावा देने के लिए इस बार कॉलेजों से लेकर राजभवन तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके लिए राजभवन ने सभी प्रदेशभर की सभी यूनिवर्सिटीज और संस्थानों को निर्देश जारी कर दिया है. इसके तहत सभी कॉलेज यूनिवर्सिटी संविधान से संबंधित ऐतिहासिक स्थलों का चयन कर अपने स्टूडेंट्स को वहां का टूर कराएंगे ताकि छात्र-छात्राएं अपनी विरासतों को करीब से जानकर अच्छी समझ विकसित कर सकें. राजभवन से निर्देश जारी होने के बाद अब गोरखपुर यूनिवर्सिटी व एमएमएमयूटी कैंपस व संबद्ध कॉलेजों में कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं.

गोरखपुर: राजभवन से जारी निर्देशों के मुताबिक कंपटीशन की शुरूआत कॉलेज लेवल पर की जाएगी। जिसमें संविधान से संबंधित विषयों पर कॉलेज में पढऩे वाले छात्रों के लिए स्पीच कंपटीशन, रंगोली और पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को यूनिवर्सिटी लेवल पर होने वाले कंपटीशन में प्रतिभाग का मौका मिलेगा। यहां के विजेतओं को राजभवन में आयोजित होने वाली राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा। इसका प्रोग्राम बाद में जारी किया जाएगा।

इतिहास जानने का मौका


दरअसल, इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को संवैधानिक इतिहास से रुबरु कराना है। इसको लेकर तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। ऐतिहासिक धरोहरों के टू्रर के दौरान स्टूडेंट्स को वहां से जुड़ी सभी घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इसके लिए यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में लॉ डिपार्टमेंट के एचओडी व टीचर्स को प्रभार दिया जाएगा।

यूथ यूनिटी को बढ़ावा


संविधान दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों में सभी डिपार्टमेंट के छात्र-छात्राओं को भाग लेने का मौका मिलेगा। इस दौरान सभी स्टूडेंट एक साथ संवैधानिक धरोहरों का टूर भी करेंगे और कंपटीशन में प्रतिभाग करेंगे। ऐसे में यूथ यूनिटी को भी बढ़ावा मिलेगा।

राजभवन का आदेशपत्र मिल चुका है। कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए लॉ डिपार्टमेंट के एचओडी को नोडल ऑफिसर बनाया गया है। इस कार्यक्रम में स्टूडेंट्स को काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
प्रो। पूनम टंडन, वीसी डीडीयू

संविधान दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए राजभवन का आदेशपत्र मिला है। यूनिवर्सिटी लेवल पर इसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। इससे स्टूडेंट्स को करीब से इतिहास को महसूस करने का मौका मिलेगा।
प्रो। जेपी सैनी, वीसी एमएमएमयूटी

Posted By: Inextlive