Gorakhpur News: साहब, नहीं मिल रही सवारियां, सिटी से चलाने दें बसें
कहां से होती संचालित
गोरखपुर प्राइवेट बस ओनर्स वेलफेयर एसोसिएशन संजय कुमार जायसवाल कहना है कि विगत कुछ महीनों से प्राइवेट बसें गोरखपुर के विभिन्न रूट बड़हलगंज, सहजनवां-पैडलेगंज से सोनौली, महाराजगंज, काजी कंपनी पुलिस लाइंस के पास से देवरिया, कुशीनगर, कुलसचिव आवास के बगल स्थित पार्किंग स्थल से बढऩी, सिद्धार्थनगर-बरगदवा से कुष्ठ आश्रम से संचालित होती थी।भेज दिया नंदानगर
वहीं, पहले बिहार की तरफ जाने वाली गाडिय़ां कुलसचिव आवास के बगल में स्थित पार्किंग स्थल से संचालित होती थी। इसलिए बसों की संख्या बढ़ जाने से जाम की स्थिति उत्पन्न होती थी, लेकिन वर्तमान में बिहार जाने वाली बसों का संचालन स्थल नंदानगर कर दिया गया। वहीं, गोरखपुर शहर पार्किंग स्थल में जाम लगने की कोई संभावना नहीं दिख रहा। विगत कुछ महीने से गोरखपुर से चलने वाली प्राइवेट बसों की पार्किंग स्थल शहर में 10 से 12 किमी बाहर होने जाने से सवारी बसों में नहीं बैठ रही है, जिसके कारण सभी बस मालिकों की गाड़ी खड़ी हो गई है और सबसे उपर बैंक का कर्ज, बिमा व राजस्व का बोझ बढ़ता जा रहा है।
सिटी में आने दें
बस मालिकों की मांग है कि बसों को ग्रामीण सवारियां छोडऩे के लिए रूटवार सिटी में आने की अनुमति प्रदान करने का कष्ट करें। बसों द्वारा कहीं भी जाम की स्थिति नहीं होगी और पूरा संचालन एसोसिएशन की ओर से किया जाएगा।
संजय कुमार जायसवाल ले बताया कि इस संबंध में सीएम को पत्र देकर अनुरोध किया गया है कि जब तक बस स्टैंड पूर्ण रूप से निर्मित नहीं हो जाता है, तब तक बस को पूर्व स्थल से संचालित करने की अनुमति प्रदान करें। रूट
नौसढ़ से पुराना टीपीनगर, देवरिया बाइपास
करजहां, देवरिया बाइपास, जीडीए पार्किंग
महेसरा, बरगदवां, खजांची, असुरन, कौवाबाग, यूनिवर्सिटी, पुलिस लाइंस
गुलरिहा, मेडिकल कॉलेज, असुरन तिराहा, कौआबाग चौकी