बीआरडी मेडिकल कॉलेज को हेपेटाइटिस-बी और सी जांच के लिए सात जिलों का नोडल बनाया गया है. बीआरडी का माइक्रोबायोलॉजी विभाग गोरखपुर और बस्ती मंडल के हेपेटाइटिस पेशेंट्स की जांच करेगा.


गोरखपुर (ब्यूरो)।जांच में वायरल लोड अधिक मिलने पर उनका इलाज मेडिसिन डिपार्टमेंट करेगा। शासन के निर्देश के बाद बीआरडी के डॉक्टर्स ने गोरखपुर और बस्ती मंडल के डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दिया है।350 में वायरल लोड अधिकबीआरडी ने हेपेटाइटिस मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। हर दिन 10 से 12 सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं। अब तक करीब 400 पेशेंट्स की जांच की गई है। इनमें 350 पेशेंट्स में वायरल का लोड अधिक मिला है। इनमें सबसे अधिक हेपेटाइटिस बी के पेशेंट मिले हैं। इन पेशेंट्स का इलाज मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट की टीम कर रही है। स्क्रीनिंग सहित अन्य जानकारी के लिए गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, देवरिया और कुशीनगर जिले के डॉक्टर्स को ट्रेनिंग भी दी गई है। दोनों वायरस खतरनाक
हेपेटाइटिस को नेशनल हेपेटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम के तहत जोड़ दिया गया है। इसमें पेशेंट्स की फ्री जांच के साथ दवाएं भी दी जाएंगी। इसी कड़ी में यह शुरुआत की गई है। क्योंकि, यह बीमारी बेहद खतरनाक होती है। एक बार हेपेटाइटिस किसी को हो जाता है तो वह आजीवन रहता है। इसलिए इससे बचाव बेहद जरूरी है। हेपेटाइटिस बी और सी दोनों की खतरनाक वायरस होते हैं। शरीर में एक भी वायरस अगर चला जाता है और समय से इलाज न हो तो तेजी से वायरस पनपते हैं।मेडिकल कॉलेज में पेशेंट्स की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। डेली 10 से 12 सैंपल जांच के लिए भेज जा रहे हैं। 350 पेशेंट्स में वायरल का लोड अधिक है। इनका इलाज मेडिकल कॉलेज की मेडिसिन डिपार्टमेंट की टीम कर रही है।- डॉ। अमरेश सिंह, एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी

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