Gorakhpur News: ब्लड क्राइसिस : निगेटिव ब्लड ग्रुप है तो बाहर ही तलाश लें
गोरखपुर (ब्यूरो)। इसकी मुख्य वजह ठंड के समय एक भी ब्लड डोनेशन कैंप नहीं लगा। इसके चलते ब्लड बैंक में ब्लड आ नहीं पा रहा है। इसकी वजह से अब ब्लड के लिए आने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम सोमवार को ब्लड की उपलब्धता की हकीकत जानने के लिए जिला अस्पताल के ब्लड बैंक पहुंची। यहां हर ग्रुप का एक से दो यूनिट ब्लड ही उपलब्ध मिला। निगेटिव ग्रुप के ब्लड पूरी अवेलबल ही नहीं हैं। यदि किसी का निगेटिव ग्रुप का ब्लड चाहिए तो उसे प्राइवेट में ही ब्लड तलाशना होगा। 35 यूनिट ही उपलब्ध है ब्लड
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में जहां पहले 200 से 250 यूनिट ब्लड उपलब्ध रहता है, लेकिन ठंड की वजह से अभी मात्र 35 यूनिट ही ब्लड अवेलबल है। ऐसे में ब्लड का संकट खड़ा हो गया है। बताया जा रह है कि ब्लड बैंक में हर महीने थैलिसिमिया और कैंसर के 20 से 25 पेशेंट्स ब्लड लेने के लिए पहुंचते हैं। वहीं, जेएसवाई भी प्रति महीने 40 से 50 यूनिट ब्लड लेता है। ब्लड की शॉर्टेज होने की वजह से प्रॉब्लम बढ़ गई है। अब अस्पताल प्रशासन ब्लड कैंप लगाने के लिए संस्थाओं और अन्य सेंटर्स के संचालकों से गुहार लगा रहा है। इसके बावजूद भी ब्लड बैंक में ब्लड उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ओ पॉजिटिव ब्लड की अधिकता ब्लड बैंक में सबसे ज्यादा ओ पॉजिटिव ग्रुप का ब्लड उपलब्ध है। इसकी संख्या 25 से 30 यूनिट है। यदि किसी को ओ पॉजिटिव ब्लड चाहिए तो जिला अस्पताल में मिल जाएगा। बी पॉजिटिव 4 यूनिट और एबी मात्र दो यूनिट ब्लड बैंक में शॉर्टेज की वजह से डोनेट करने के बाद भी दूसरे ग्रुप का ब्लड नहीं मिल पा रहा है। इस समय ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव 4 यूनिट और एबी पॉजिटिव 2 से 3 यूनिट ब्लड मौजूद है। इस ब्लड ग्रुप को इमरजेंसी के लिए रिजर्व रखा गया है। 35 यूनिट कुल ब्लड 4-5 बी पॉजिटिव 2-3 एबी पॉजिटिव निगेटिव ब्लड नील 20-25 यूनिट थेलिसिमिया का मरीजों की जरूरत 20-25 यूनिट कैंसर मरीज 40-50 यूनिट जेएसवाई नोट-हर महीने ब्लड खर्च ये हैं ब्लड ग्रुपए प्लस ए माईनसबी प्लस बी माइनसओ प्लस ओ माइनसएबी प्लस एबी माइनसब्लड बैंक में ब्लड की उपलब्धता के लिए निजी संस्थाओं और विभागों से बातचीत चल रही है। जल्द ही कैंप लगाकर ब्लड के शॉर्टेज को दूर कर लिया जाएगा।
- डॉ। राजेंद्र कुमार ठाकुर, एसआईसी जिला अस्पताल