Gorakhpur News: पेट में दारू-गांजा, हाथ में स्टेयरिंग, सिटी में ऑटो और ई-रिक्शा चालक नशा करने के बाद चला रहे वाहन
महिलाओं से छेड़खानी
नशेड़ी ड्राइवर केवल खतरनाक तरीके से गाड़ी ही नहीं चलाते बल्कि शाम होते ही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार और छेड़खानी की घटनाएं भी करने लगते हैं। करीब पांच महीने पहले शास्त्री चौक से ट्रांसपोर्टनगर जा रही एक लड़की से नशे में ई-रिक्शा चला रहे युवक ने छेड़खानी कर दी। लड़की ने तत्काल इसकी शिकायत पुलिस से की तो ड्राइवर गिरफ्त में आया।
सिटी में ऑटो चलाने वाले नशेड़ी ड्राइवर्स एक्सीडेंट करने के बाद तुरंत फरार हो जाते हैं। यहां तक की ये अपने रिक्शा में बैठने वाले पैसेंजर्स तक की चिंता भी नहीं करते और घायल अवस्था में उन्हें रोड पर ही छोड़कर भाग जाते हैं।
केस 1
करीब दो महीने पहले तारामंडल इलाके में एक युवती अपनी बच्ची के साथ ई-रिक्शा पर सवार होकर अपने घर के लिए निकली थी। अभी वह जीडीए ऑफिस से कुछ दूर आगे ही बढ़ी थी कि नशे में रिक्शा चला रहे चालक की लापरवाही से रिक्शा पलट गया। हादसे में युवती के साथ ही उसका बच्चा भी चोटिल हो गया। बाद में जब रिक्शा चालक की जांच की गई तो पता चला कि वह देसी शराब पीने के बाद रिक्शा चला रहा था।
केस 2
पिछले महीने एक गृहणी सिंघडिय़ा चौराहे से कूड़ाघाट के लिए बैट्री रिक्शा में सवार हुई। नशे में धुत ड्राइवर ने बीच रास्ते में दो बार लहरिया कट मारा तो युवती ने टोकते हुए सही से चलाने के लिए कहा लेकिन, मदहोश ड्राइवर ने 100 मीटर आगे जाने के बाद ही एक कार में रिक्शा भिड़ा दिया। इसके बाद रिक्शा पलट गया। हादसे में गृहणी के साथ ही दो अन्य लोग भी घायल हो गए। मामला पुलिस तक पहुंचा तो पता चला कि ड्राइवर ने शराब पी थी।
साल केस
2019 147
2020 76
2021 103
2022 124
2्र023 73
2024 43 नशे में ऑटो चलाने वाले ड्राइवर्स के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। सिटी के अंदर नशे में मिलने वाले चालकों के वाहन के साथ ही उनके विरुद्ध भी जुर्माना लगाया जाता है। इसके लिए ब्रीथ एनलाइजर से टेस्ट किया जाता है।
संजय कुमार, एसपी ट्रैफिक