जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के बाद गोरखपुर में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. राज नर्सिंग कॉलेज एंड पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक गैंगेस्टर डॉ. अभिषेक यादव उसकी पत्नी और बहन की पुलिस और प्रशासन ने 100 करोड़ से अधिक 9 संपत्तियां जब्त कर ली हैं. लगातार 5 दिनों से चल रही यह कार्रवाई बुधवार को पूरी हुई.

गोरखपुर (अनुराग पांडेय).जब्त की गई 4 संपत्तियों में दुर्गाबाड़ी स्थित राज नर्सिंग होम, जिसकी कीमत 21.30 करोड़ रुपए है। जबकि इसके अलावा गैंगेस्टर डॉ। अभिषेक यादव का जटेपुर उत्तरी स्थित घर, जिसकी कीमत 2.25 करोड़ रुपए है। नकहा जंगल स्थित राज गौशाला, जिसकी कीमत 35.20 करोड़ रुपए है और पिपराइच इलाके के जंगल अहमद शाह अली राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज को भी जब्त कर लिया गया है। जिसकी कीमत करीब 12.83 करोड़ रुपए है। इन सभी प्रापटी की कीमत करीब 99.21 करोड़ रुपए है।
32.40 लाख रुपए की गाडिय़ां भी हुई जब्त

इसके अलावा 32.40 लाख रुपए की गाडिय़ां भी जब्त की गई हैं। जिसमें होंडा ङ्खक्रङ्क कार 7 लाख की, डिस्कवर बाइक 30 हजार की, अल्टो कार 1.20 लाख की, 4 स्कूल बस, जिसकी कीमत करीब 19.20 लाख रुपए है। ट्रैक्टर 2.50 लाख की, टाटा मैजिक 1.25 लाख की, और एवेंजर बाइक 70 हजार की शामिल है।
डॉक्टर के 19 बैंक खाते भी जब्त
इसके साथ ही आरोपियों के कुल 19 बैंक खाते भी जब्त कर लिए गए हैं। इन बैंक खातों में करीब 3.51 करोड़ रुपए जमा थे। वहीं, गैंगेस्टर अभिषेक यादव पर गोरखपुर के अलग- अलग थानों में 20 अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। बिना मान्यता के नर्सिंग कॉलेज में छात्रों का प्रवेश लेकर जालसाजी करने का आरोपी डॉ। अभिषेक उसकी पत्नी समेत 5 आरोपी इस समय जेल में हैं।
8 जनवरी को दर्ज हुआ था केस

#Gorakhpur स्टूडेंट्स से धोखाधड़ी कर एडमिशन लेने वाले डॉक्टर अभिषेक की 103 करोड़ की संपत्ति कुर्क। पिपराइच के पैरामेडिकल कॉलेज की संपत्ति भी सील#GorakhpurNews pic.twitter.com/EBBGft4FXo

— inextlive (@inextlive) November 9, 2022


पिपराइच के तुर्रा बाजार स्थित राज नर्सिंग एंड पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक डॉ। अभिषेक यादव ने कूटरचित दस्तावेज कर शासन से मान्यता मिलने की जानकारी देकर नर्सिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं का प्रवेश ले लिया था। लगातार छात्रों के आंदोलन और फिर एक छात्र के आत्महत्या की कोशिश के बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू की.शिकायत पर शासन के संयुक्त सचिव अनिल कुमार सिंह ने 8 जनवरी 2022 को कोतवाली थाने में राज नर्सिंग कॉलेज के संचालक पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। जालसाजी की जानकारी होने पर ठगी के शिकार छात्रों के परिजनों ने भी तहरीर दी थी।
कॉलेज संचालक ने बिना मान्यता कॉलेज चलाते हुए सीट से अधिक एडमिशन लेकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया था। तिवारीपुर पुलिस की रिपोर्ट पर डीएम कृष्णा करुणेश ने आरोपियों की चिन्हित हुई भूमि, भवन, नर्सिंग कॉलेज को कुर्क करने का आदेश दिया था। पांच दिन कार्रवाई के बाद अभी और संपत्ति की तलाश चल रही है।
डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी

Posted By: Inextlive