मेडिकल कॉलेज में पीजी की 15 सीटों को पांच साल तक के लिए स्थाई मान्यता मिल गई है. नेशनल मेडिकल काउंसिल एनएमसी ने मंगलवार को इसको लेकर पत्र जारी कर दिया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।इसमें गायनी की 10 और आर्थोपेडिक की पांच सीटें शामिल हैं। 20 को किया था निरीक्षणनेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) की टीम ने बीते 20 जनवरी को को बीआरडी मेडिकल कालेज मेडिसिन, स्त्री एवं प्रसूति रोग, हड्डी रोग व बाल रोग विभाग में तैयारियों का निरीक्षण किया था। मध्य प्रदेश के गजरा राजा मेडिकल कालेज के पीडिया विभाग की अध्यक्ष प्रो। सुनीता कोरेती प्रसाद ने बाल रोग विभाग, पश्चिम बंगाल के मिदनापुर मेडिकल कालेज के हड्डी रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो। कृष्णेन्दु राव ने हड्डी रोग विभाग, मध्य प्रदेश के गवर्नमेंट मेडिकल कालेज, दतिया के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग के अध्यक्ष प्रो। त्रिभुवन नरायन सिंह गौड़ ने स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग तथा कोलकाता के एनआरएस मेडिकल कालेज के प्रो। सुकुमार मित्रा ने मेडिसिन विभाग का निरीक्षण किया था।हर संसाधन मिले टीम को
प्रिंसिपल डॉ। गणेश कुमार ने बताया कि बाल रोग व स्त्री एवं प्रसूति रोग(गायनी) विभाग में 10-10, मेडिसिन में छह व हड्डी रोग(आर्थोपेडिक) विभाग में पीजी की पांच सीटों की स्थाई मान्यता के लिए आवेदन हुआ था। सभी विभागों में फैकेल्टी (शिक्षक-चिकित्सक), सुविधाएं व संसाधन मौजूद हैं। टीम ने शिक्षण व्यवस्था, उपकरण, ओपीडी, वार्ड, आपरेशन थियेटर, भर्ती रोगियों की संख्या, पैथोलॉजी जांच, ब्लड बैंक, पीजी हास्टल, पुस्तकालय, सीटी स्कैन, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड व एक्सरे मशीन समेत अन्य संसाधनों का निरीक्षण किया था।

Posted By: Inextlive