नए का वादा, पीट रहे पुरानी लकीर
- बिजली विभाग और नगर निगम ने किया था Cashless होने का दावा
- अभी तक दोनों विभागों में नहीं आ सकी है स्वैप मशीन GORAKHPUR: केंद्र सरकार की कैशलेस मुहिम से जुड़ने का दावा शहर के दो सरकारी विभाग भूल गए हैं। हम बात कर रहे हैं नगर निगम और बिजली विभाग की। दोनों ही जगह अभी भी कैश बिलिंग की पुरानी व्यवस्था से ही पब्लिक से पैसे जमा कराए जा रहे हैं। जिम्मेदारों की लापरवाही का हाल ये है कि कंज्यूमर अगर स्वैप मशीन के बारे में पूछते हैं तो भी उन्हें कोई सटीक जवाब नहीं दिया जाता। इसके चलते रोजाना लगभग पांच हजार लोग इन दोनों विभागों की लंबी लाइन से जूझने को मजबूर हैं। दावे हकीकत से दूरनगर निगम की ओर से बीते दिसंबर में योजना बनी थी कि सभी टैक्स कलेक्टर्स को स्वैप मशीन दी जाएगी ताकि वे घर-घर जाकर आराम से टैक्स जमा कर लें और पब्लिक को निगम में लाइन लगाने से छुटकारा मिल जाए। वहीं बिजली विभाग ने भी कैशलेस की तैयारी के तहत ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देने और कैशलेस सिस्टम को लगाने की बात कही थी। लेकिन तीन माह बाद दोनों विभागों के दावों की हकीकत ये है कि अभी तक पुरानी व्यवस्था ही चल रही है। ना तो नगर निगम के किसी टैक्स कलेक्टर को स्वैप मशीन मिली और न ही बिजली विभाग ने अपनी ऑनलाइन पेमेंट की व्यवस्था ही सही की है। स्थिति यह है कि अब भी दोनों विभागों में पब्लिक लाइन में लगकर परेशान हो रही है।
वर्जन बैंक से संपर्क किया गया है, उनसे पीओएस मशीन के लिए बात चल रही है। जल्द ही बिलिंग सेंटर पर कैशलेस की व्यवस्था शुरू हो जाएगी। एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम