अगर ये सच तो बहुत सुखद है
- उत्पीड़न में 11वें नंबर पर गोरखपुर
- छात्राएं सबसे अधिक बन रहीं शिकार GORAKHPUR : विमन पावर लाइन सेल में होने वाली प्रदेश भर की शिकायतों में गोरखपुर 11वें नंबर है। गोरखपुर से बहुत कम शिकायतें होती है। आंकड़े कम होने की वजहें चाहे जो हों लेकिन यह सुखद है कि जिले में बहू, बेटियां अन्य जगहों की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित हैं। यह हम नहीं कह रहे बल्कि सेल के आंकड़े बता रहे हैं। 15 नवंबर से लेकर एक अक्टूबर के बीच जो शिकायतें सामने आई, उनमें छात्राओं की तादाद सबसे ज्यादा है। शिकायत करने वालों में ज्यादातर अनचाही फोन कॉल से परेशान हैं। प्रदेश भर में कुल 4,21, 400 शिकातयों में 4,12,412 शिकायतों को समाधान किया जा चुका है। इनमें लखनऊ, कानपुर नगर, इलाहाबाद, वाराणसी और आगरा टॉप फाइव में शामिल हैं। गोरखपुर से हुई शिकायतें टोटल शिकायत - 9819सॉल्वड 9595
पेडिंग 224 इस तरह की आई शिकायतेंफोन कॉल से परेशानी 9160
सोशल नेटवर्किग साइट 157 पब्लिक प्लेसेज पर छेड़छाड़ 170 घरेलू हिंसा के मामले 75 अन्य 33 कैसा है बैकग्राउंडवर्किग विमन 853
नान वर्किंग विमन 3476 स्टूडेंट्स 5490 गोरखपुर उत्पीड़न के मामले में 11वें नंबर है। यहां पर जागरूकता के लिए अवेयरनेस कैंप लगाया गया है। वाराणसी में कैंप लगाने के बाद दर्ज होने वाली शिकायतों की संख्या कम से 30 फीसदी बढ़ गई। कोशिश की जाती है कि कैंप में शामिल होने वाली बेटियां अन्य सभी को इसके बारे में जानकारी देकर जागरूक करें। महिला उत्पीड़न रोकने में ये कदम काफी सहायक होगा। कुंवर राघवेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश प्रभारी, 1090 विमन पावन लाइन सेल