साहब कुछ कीजिए, डेंगू से यूं मरने न दीजिए
- पिछले 2 साल में 37 मरीज मिले, जबकि इस वर्ष सिर्फ 2 माह में 150 हो गए डेंगू के शिकार
-ठंड की दस्तक के साथ ही शहर में बढ़ा मच्छरों का प्रकोप - दो डॉक्टर समेत छह पेशेंट्स की डेंगू से हो चुकी है मौत, एक चिकनगुनिया का पेशेंट भी आया सामने GORAKHPUR: ठंड की दस्तक के साथ ही शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। साथ ही डेंगू और बुखार पीडि़त मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग से लेकर नगर निगम की व्यवस्था नाकाफी है। आंकड़ों पर गौर करे तो पिछले 2 साल में डेंगू के 37 पेशेंट्स मिले, वहीं इस साल महज 2 महीने में ही 150 मरीज आ चुके हैं। जबकि, डेंगू के लिए अगला 20 दिन काफी महत्वपूर्ण है। हर दिन 10 से 15 पेशेंट्सजिले में रोज औसतन 10 से 15 पेशेंट्स में डेंगू की पुष्टि हो रही है। अब तक 512 पेशेंट्स की जांच में 150 पेशेंट्स में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें 85 पेशेंट्स सिर्फ गोरखपुर के हैं। जिनमें 32 सिटी के विभिन्न कॉलोनियों के रहने वाले हैं जबकि 63 पेशेंट्स रूरल एरियाज के हैं। वहीं अन्य पेशेंट्स आसपास के एरियाज के हैं।
बढ़ेंगे मच्छर, और बढ़ सकते हैं पेशेंट्समौसम विशेषज्ञों की मानें तो जो सीजन आने वाला है वह मच्छरों के प्रजनन के लिए सबसे अच्छा मौसम है। इस मौसम में तेजी से मच्छर बढ़ेंगे। इसका मतलब यह है कि मच्छर बढ़ने के साथ ही रोगियों की संख्या बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाएगी। ऐसे में अधिक से अधिक सतर्कता बरता जाना जरूरी है।
प्वाइंट टू बी नोटेड - 16 डिग्री से कम और 35 डिग्री से अधिक तापमान पर मच्छर मरने लगते हैं। - इसके बीच का तापमान उनके प्रजनन के लिए सबसे अच्छा है। - सिटी के प्राइवेट और मेडिकल कॉलेज में इस वर्ष डेंगू के छह पेशेंट्स की मौत हुई है। - डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित एरियाज बड़हलगंज है। नंबर गेम - 2016 में अब तक 512 मरीजों की जांच हुई है जिसमें चिकनगुनिया के एक पेशेंट समेत 150 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है। - 2015 में 104 पेशेंट्स की जांच में 32 में डेंगू की पुष्टि हुई। - 2014 में डेंगू के संभावित 14 पेशेंट्स की जांच हुई थी जिसमें 4 पेशेंट्स में इसकी पुष्टि हुई थी। बॉक्स कमिश्नर ने लगाई क्लासडेंगू पेशेंट्स की बढ़ती संख्या पर शनिवार को कमिश्नर अनिल कुमार ने मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की क्लास लगाई। उन्होंने अफसरों को फटकारते हुए कहा कि एसी कमरे में बाहर निकलकर इफेक्टेड एरियाज में जाएं। स्वास्थ्य केन्द्रों के इंतजाम का भी जायजा लें। कमिश्नर ने साफ-सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम चलाने का भी निर्देश दिया। सीएमओ और नगर आयुक्त को फॉगिंग कराने के लिए कहा।
आशा व एएनएम के साथ प्रभारी को जिम्मेदारी सीएमओ डॉ। रवींद्र कुमार ने बताया कि डेंगू से सबसे अधिक प्रभावित बड़हलगंज एरिया में आशा, एएनएम और प्रभारी की टीम बनाई गई है। एरियाज में फॉगिंग कराने के साथ ही दवा वितरण किया जा रहा है। साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया जा रहा है। सीएमओ ने चेताया कि यदि किसी भी केन्द्र पर डॉक्टर या हेल्थ एंप्लाइज गायब मिले तो उनके खिलाफ एक्शन ि1लया जाएगा। लगी फटकार तो कराई फॉगिंग कमिश्नर से फटकार लगने के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया। शनिवार को सीएमओ डॉ। रवींद्र कुमार के नेतृत्व में हेल्थ विभाग व नगर निगम की संयुक्त की टीम लाल डिग्गी एरिया में पहुंची। वहां डेंगू व मलेरिया प्रभावित एरियाज में फॉगिंग का इंस्पेक्शन किया। इस दौरान 22 छोटी मशीन और एक बड़ी मशीन से फॉगिंग कराई गई।