बिजली विभाग की खता, पब्लिक भुगतेगी सजा
- टारगेट पूरा न होने पर अधिकारियों पर कार्रवाई के साथ ही पब्लिक को झेलनी पड़ेगी कटौती
- लाइन लॉस को 29 से घटाकर 20 परसेंट लाने के लिए मिला है विभाग को टारगेट, वहीं रेवेन्यू को लेकर भी विभाग सीरियसGORAKHPUR: वसूली में पीछे, लाइन लॉस और फॉल्ट रोकने में नाकाम महानगर विद्युत वितरण निगम की कारस्तानी की सजा विभाग के साथ ही पब्लिक को भी मिलेगी। टारगेट पूरा करने में नाकाम पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम के उपर यूपी पॉवर कार्पोरेशन के अफसरों की टेढ़ी नजर पड़ गई है। दो दिन पहले लखनऊ में यूपीपीसीएल की मीटिंग में पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम को टारगेट का महज 76 फीसद वसूलने पर फटकार लगाई है। इसके साथ ही अफसरों ने सख्त नाराजगी जताते हुए निर्देश दिया कि अगर इस माह टारगेट पूरा नहीं किया गया तो अफसरों पर कार्रवाई होगी ही, साथ ही पब्लिक को भी एक घंटे एक्स्ट्रा बिजली कटौती का सामना करना पड़ सकता है।
वसूली में भी पिछड़ने का सताने लगा डरपिछले 10 से सिटी में लाइन लॉस रोकने, बकाया वसूली और कंज्यूमर्स डाटा एंट्री के लिए चलाए जा रहे अभियान की सुस्त रफ्तार ने टेंशन पैदा कर दी है। अफसर इस बात को लेकर डरे सहमे हुए हैं कि लाइन लॉस को रोकने के लिए जो रफ्तार है, उससे कहीं फिर वह वसूली में भी न पिछड़ जाएं। आंकड़ों पर नजर डालें तो अभी तक महानगर को हर माह 22 करोड़ रुपए वसूल करने होते थे, जबकि इस बार टारगेट को बढ़ा कर 30 करोड़ रुपए कर दिया गया है। टारगेट बढ़ने से फील्ड अफसरों के माथे से पसीना छूटने लगा है।
29 प्रतिशत हो रहा है लाइन लॉस गोरखपुर को मिलने वाली बिजली का एक बड़ा हिस्सा लाइन लॉस में चला जाता है। विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो सिटी में सप्लाई होने वाली बिजली में से कुल 29 प्रतिशत बिजली बर्बाद हो जाती है, जबकि 71 परसेंट बिजली से सप्लाई होती है। इससे न सिर्फ डिपार्टमेंट को चुना लगता है, बल्कि शहरवासियों को उनके हिस्से की पूरी बिजली नहीं मिल पाती। इसकी वजह से उन्हें इमरजेंसी और फॉल्ट के तौर पर कटौती का दंश झेलना पड़ता है। लाइन लॉस 20 परसेंट लाने के मिले थे निर्देशगोरखपुर में हो रहे इस बड़े लाइन लॉस को रोकने के लिए डिपार्टमेंट काफी टेंशन में है। पिछले तीन माह से लाइन लॉस 20 प्रतिशत तक लाने के लिए गोरखपुर को लखनऊ से रेग्युलर आदेश मिल रहा है। मगर विभाग अब तक इस मंसूबे में कामयाब नहीं हो सका है। विभाग के अफ्सर खुद को बचाने के लिए कागजी कार्रवाई तो कर रहे हैं, लेकिन इस पीरियड के दौरान सिटी में लाइन लॉस का आंकड़ा 29 प्रतिशत से नीचे लाने में कामयाब नहीं हो सके हैं। लगातार एक जगह स्थिर लाइन लॉस के आंकड़े पर नाराजगी जताते हुए निदेशक संजय अग्रवाल ने लाइन लॉस को किसी भी तरह 20 प्रतिशत पर लाने के निर्देश दिए हैं। ऐसा न करने पर उन्होंने कार्रवाई की चेतावनी दी है।