मां का नाम बताइए और लॉनलाइन हो जाइए..
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- बिजली विभाग में कंज्यूमर्स की मां का नाम नहीं होने के कारण उनका डाटा नहीं हो रहा ऑनलाइन - ऑनलाइन के लिए जनवरी में ही फॉर्म में मां का नाम होना कर दिया गया था अनिवार्य GORAKHPUR: यदि आप भी जनवरी के बाद बिजली विभाग के कंज्यूमर बने हैं और आपका डाटा ऑनलाइन नहीं है तो बिजली विभाग में मां का नाम अपडेट करा लीजिए। दरअसल, जनवरी में ही कंज्यूमर्स के रिकॉर्ड में मां का नाम मेंडेटरी कर दिया गया था। सॉफ्टवेयर में इस तरह की व्यवस्था होने के कारण जिस किसी कंज्यूमर के फॉर्म में मां का नाम नहीं है, उनका डाटा ऑनलाइन नहीं हो पाया है। विभाग की मानें तो यदि फॉर्म में मां का नाम नहीं है तो कनेक्शन जरूर मिल जाएगा लेकिन कोई भी रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं हो पाएगा। मां ही करेंगी ऑनलाइननोटबंदी के बाद बिजली विभाग में बिल जमा करने वालों की भीड़ लग गई। इसी दौरान साफ्टवेयर अपडेट किए जाने के कारण सभी कंप्यूटर बंद करने पड़े लेकिन बिलिंग काउंटर चलते रहे। दिसंबर के अंत तक साफ्टवेयर अपडेट कर दिए गए और कंप्यूटर चलने शुरू हो गए। साफ्टवेयर अपडेट किए जाने के बाद कंज्यूमर के रिकॉर्ड में मां का नाम मेंडेटरी हो गया। इस कारण जनवरी के बाद से जो भी कंज्यूमर बने, यदि उनके रिकॉर्ड में मां का नाम नहीं था तो उनका रिकॉर्ड आनलाइन नहीं हो पाया।
----------- मां की महिमा - 1500 के लगभग आवेदन आए विभाग में जनवरी के बाद - 700 कंज्यूमर्स ने बताया मां का नाम तो रिकॉर्ड हो गया ऑनलाइन - 800 कंज्यूमर्स का रिकॉर्ड नहीं हो पाया ऑनलाइन क्योंकि रिकॉर्ड में नहीं था मां का नाम ---------- मां नहीं तो यह भी नहीं - ऑनलाइन नहीं जमा कर पाएंगे बिल। - विभाग के कंम्प्यूटर में रहेगा आपका रिकॉर्ड लेकिन नहीं हो पाएगा ऑनलाइन। - यूपीपीसीएल के साइट पर जाकर न बिल जमा कर सकेंगे, न कर सकेंगे ऑनलाइन कंप्लेन। - काउंटर पर ही जाकर जमा करने होंगे बिल। ---------- वर्जन जनवरी के बाद कनेक्शन के लिए आए सभी आवेदन में मां का नाम मेंडेटरी है। सॉफ्टवेयर में ऐसी व्यवस्था होने के कारण मां का नाम नहीं होने पर कंज्यूमर्स का कोई भी रिकॉर्ड ऑनलाइन नहीं हो पा रहा। एके सिंह, एसई, महानगर विद्युत वितरण निगम