-इस सड़क पर हैं कई बैंक ऑफिसेज और लोगों की जरूरत की दुकानें

-आने-जाने वालों के साथ-साथ स्थानीय व्यापारियों को भी होती है मुश्किल

GORAKHPUR: छह महीने से इस सड़क से गुजरने वाले परेशान हैं। कभी काम शुरू होता है तो लगता है कि अब सड़क बन जाएगी। लेकिन फिर अचानक से काम ठप पड़ जाता है। बात हो रही है बैंक रोड की, जिसपर पिछले काफी दिनों से मरम्मत का काम चल रहा है। लेकिन अभी तक यह सड़क बदहाली पर आंसू ही बहा रही है।

सबसे प्रॉमिनेंट रोड

-बैंक रोड सिटी की सबसे प्रॉमिनेंट सड़क है। यह सिटी के एक छोर को दूसरे छोर से जोड़ती है।

-साथ ही इस पर पब्लिक से रिलेटेड तमाम महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान भी हैं।

-यहां स्थित बैंक, ऑफिसेज और दूसरी जगहों पर अपनी जरूरत के लिए हजारों लोग रोज आते-जाते हैं।

-लेकिन पिछले काफी समय से यह सड़क खस्ताहाल है।

-इसके चलते इस रोड से आने-जाने वाले तो परेशान होते ही हैं।

-साथ ही स्थानीय दुकानदारों और लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

हादसों का लगा रहता है डर

बैंक रोड स्थित ऑफिस में काम करने वाले नवनीत जिंदल का कहना है कि सड़क खराब होने से यहां हमेशा एक्सीडेंट का डर बना रहता है। सड़क पर कंकड़ बिखरे हुए हैं। इसके चलते अक्सर लोगों के दुपहिया वाहन फिसल जाते हैं। वहीं सड़क खोदकर छोड़ देने से हमेशा धूल उड़ती रहती है। इसके चलते भी लोगों को काफी परेशानी होती है।

एक बार में बना दें, क्यों लटका रखा है

वहीं मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि एक महीने पहले इस सड़क की मरम्मत का काम शुरू हुआ था। जब उम्मीद बंधी थी कि यह सड़क जल्द ही बन जाएगी। लेकिन एक महीने बीतने के बावजूद सड़क जस की तस है। इसके चलते लोगों को काफी समस्या होती है। वहीं मुन्ना भाई का कहना है कि जिम्मेदारों को चाहिए कि एक बार में सड़क कंप्लीट कर दें। ताकि रोज-रोज की यह समस्या ही खत्म हो जाए।

सड़क पर कंकड़-पत्थर बिखरे रहते हैं। इसके चले आने-जाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हमारी रिक्वेस्ट है कि इसे जल्द कंप्लीट किया जाए।

-नवनीत जिंदल

सड़क खस्ताहाल होने से हमेशा धूल-मिट्टी उड़ती रहती है। इसके चलते हम लोग सांस की समस्या से जूझने लगे हैं। इस समस्या को खत्म किया जाए।

-मनीष श्रीवास्तव

अब तो बैंक रोड जाने की सोचकर हिम्मत छूट जाती है। कई बार मेरी स्कूटी यहां पर फिसल गई है। जिसके चलते मैं गिरते-गिरते बची हूं।

-किरन विश्वकर्मा

Posted By: Inextlive