आई इम्पैक्ट

कौन गंदा कर रहा शहर

- आई नेक्स्ट के कैंपेन के बाद जागा प्रशासन और नगर निगम, हटाई जाएंगी अवैध होर्डिग्स

- डीएम ने अवैध होर्डिग्स वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का दिया आदेश

- चौराहों के 20 फीट के एरिया में नगर निगम नहीं लगाएगा होर्डिग्स, न किसी को लगाने देगा

GORAKHPUR: शहर में जहां-तहां मनमाने तरीके से होर्डिग्स लगाकर इसे गंदा करने वालों को अब नगर निगम सबक सिखाएगा। अवैध होर्डिग्स वालों पर निगम एफआईआर दर्ज कराएगा। वहीं नगर निगम ने इस संबंध में खुद की भी जिम्मेदारी तय की है। निर्णय लिया है कि चौराहों के 20 फीट के एरिया में कोई होर्डिग्स नहीं लगाई जाएंगी और पहले से लगी होर्डिग्स हटाई जाएंगी। ये होर्डिग्स न सिर्फ शहर को गंदा कर रही थी बल्कि हादसे का सबब भी बन रही थीं। आई नेक्स्ट ने 'कौन गंदा कर रहा शहर' नाम से कैंपेन चलाया जिसके बाद अब जिम्मेदारों ने शहर को खूबसूरत बनाने की कवायद शुरू कर दी है।

नगर निगम ने शुरू किया सर्वे

डीएम ने आई नेक्स्ट के न्यूज पर संज्ञान लेते हुए शहर में अवैध रूप से होर्डिग लगाने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने का आदेश भी नगर निगम को दिया है। इसके बाद नगर निगम ने अवैध तरीके से लगाई गई होर्डिग्स का सर्वे शुरू कर दिया है। इन लोगों को चिन्हित करने के बाद उनपर एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। इससे होर्डिग्स वालों में हड़कंप की स्थिति है। यदि ये होर्डिग्स अपने आप नहीं हटाई जाती हैं तो निगम होर्डिग्स तो हटवाएगा ही, साथ ही संबंधित लोगों पर एफआईआर भी दर्ज कराएगा।

निगम न लगाएगा, न लगाने देगा

नगर निगम के विज्ञापन प्रभारी व लेखाधिकारी बृजेश सिंह का कहना है कि शहर में तितर-बितर लगी होर्डिग्स से दिक्कत हो रही थी। इसको लेकर एक आदेश जारी किया गया है कि शहर के किसी भी चौराहे के 20 फीट के दायरे में कोई होर्डिग नहीं लगाई जाएगी। इसके साथ ही पहले से लगी होर्डिग्स हटा दी जाएगी। इस एरिया में अब निगम न खुद होर्डिग्स लगाएगा, न किसी को लगाने देगा। उन्होंने कहा कि इससे यह फायदा होगा कि चौराहा पर टर्न लेते समय होर्डिग पर नजर नहीं पड़ेगी और दुर्घटना की संभावना कम हो जाएगी। वहीं चौराहे की सुंदरता भी खराब नहीं होगी। इन होर्डिग्स से रूट डाइरेक्शन वाले इंडिकेटर ढंक जाते हैं और लोगों को रास्ता पूछना पड़ता है। यह दिक्कत भी खत्म हो जाएगी।

होगा शहर का रिकॉर्ड

नगर निगम के पास होर्डिग को लेकर कोई ठोस रिकॉर्ड अब तक नहीं है। होर्डिग के टेंडर सालों पहले के 500 से लेकर 608 होर्डिग के आधार पर कराए जा रहे थे। लेकिन इस बीच होर्डिग्स का दायरा बढ़ा है। नगर निगम एफआईआर दर्ज कराने के लिए सर्वे कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इसी के साथ निगम के पास अपडेट आंकड़ा भी हो जाएगा। सर्वे की रिपोर्ट के लिए दो कर्मचारी और एक बाबू को जिम्मेदारी दी गई है। कर्मचारियों को 15 दिन का समय दिया गया है। जैसे ही यह सर्वे रिपोर्ट आएगी, उसके आधार पर होर्डिग्स हटाने शुरू हो जाएंगे।

वर्जन

आई नेक्स्ट के अभियान के बाद यह तय किया कि अवैध होर्डिग्स हटाई जाए। साथ ही होर्डिग्स से चौराहों पर एक्सीडेंट के खतरे को देखते हुए निर्णय लिया गया है कि 20 फीट के दायरे में कोई होर्डिग्स नहीं लगाई जाएगी।

- बृजेश सिंह, विज्ञापन प्रभारी व लेखाधिकारी

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नए सर्वे से बदलेगा शहर

- वैध होर्डिग की संख्या शहर में 1000 हजार से भी अधिक हो जाएगी।

- प्रमुख चौराहे होर्डिग के जाल से आजाद हो जाएंगे।

- घरों पर लगी होर्डिग से भी नगर निगम को आय प्राप्त होगी।

- बिजली के खंभों पर लगने वाली होर्डिग्स पर एफआइआर दर्ज होगा।

- ऐसे जगहों पर होर्डिग्स नहीं लगेगी, जिससे वहां खतरा पैदा होता हो।

- अच्छी-अच्छी कंपनियों का विज्ञापन नगर निगम को मिलेगा।

Posted By: Inextlive