रंगे हाथ धरा गया लुटेरा
- रिटायर रेलवे कर्मचारी का बैग छीनकर भागा
- बैंक से रुपए निकालकर घर लौट रहे थे जाने आलम GORAKHPUR: मोहद्दीपुर में रिटायर रेलवे कर्मचारी का रुपयों से भरा छीनने वाला बदमाश रंगे हाथ धरा गया। उसके दो साथी भागने में कामयाब रहे। पकड़े गए युवक से कैंट पुलिस पूछताछ कर रही है। वह खुद को सिलीगुड़ी निवासी बताकर देर रात तक पुलिस गुमराह करता रहा। उसने कहा कि रेलवे स्टेशन पर मिले लोगों ने उसको रुपए छीनने के लिए उकसाया। रेलवे कालोनी, एसबीआई से निकाले थे रुपएजंगल तुलसीराम बिछिया निवासी जाने आलम रेलवे से रिटायर हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के टेलीफोन एक्सचेंज में वह एमसीएम पद पर तैनात थे। कुछ दिनों पहले जाने आलम ने अपने घर का रिकंस्ट्रक्शन शुरू कराया है। इसके लिए उनको रुपयों की जरूरत पड़ी। फ्राइडे को वह रेलवे कालोनी एसबीआई ब्रांच पर गए। भीड़ होने की वजह से एक लाख ख्0 हजार रुपए का भुगतान मिलने पर उनको विलंब हो गया। रुपयों को हैंडबैग में रखकर वह चारफाटक ओवरब्रिज के पास पहुंचे। शाम करीब सवा छह बजे वह सब्जी खरीदने लगे।
पब्लिक न चिल्लाती तो भाग जाते बदमाशबगल में बैग दबाकर जाने आलम सब्जी खरीद रहे थे। तभी उनके पास बाइक सवार तीन युवक पहुंचे। उनमें से पीछे बैठे युवक ने बैग छीन लिया। वह बाइक पर बैठकर भागने लगा। तभी कुछ लोगों ने उसको खींच लिया। शोर सुनकर जाने आलम को रुपए छीने का अहसास हुआ। पब्लिक के शोर मचाने पर चौकी प्रभारी संदीप कुमार यादव भी फोर्स के साथ पहुंच गए। रुपए बरामद होने से पुलिस ने राहत की सांस ली। पूछताछ में आरोपी अपना नाम- पता बताने से इंकार करता रहा। कहा कि वह सिलीगुड़ी का रहने वाला था। पुलिस उससे पूछताछ के आधार पर अन्य दो बदमाशों की तलाश में जुटी है।
पकड़े गए युवक से पूछताछ की जा रही है। वह अपना नाम, पता गलत बताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। युवक से पूछताछ में उसके दो अन्य साथियों का पता लगेगा। अंजनी कुमार राय, इंस्पेक्टर कैंट