प्रेयर्स के बीच याद किये गये प्रभु यीशु
- सेंट जोसेफ महागिरजाघर और धर्मपुर सेंट एंथोनी चर्च में आयोजित की गई प्रार्थना
GORAKHPUR : गुड फ्राइडे के दिन जहां प्रभु यीशु मसीह को क्रूस पर चढ़ाया गया, वहीं सिटी के गिरजाघरों में प्रभू यीशु के नाम पर की विशेष प्रार्थना की गई। क्रिश्चियन सोसायटी के लोगों ने गिरजाघरों में जाकर यीशु मसीह को याद किया। प्रार्थना कर प्रभु के मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मसीही विश्वासियों ने शामिल होकर प्रभु यीशु के प्रति अपनी आस्था दिखाई। दोपहर तीन बजे से निकाला गया जुलूसबिशप थामस थुरुथिमट्टम के क्ख् लोगों के पैर धोने के बाद फ्राइडे को गुड फ्राइडे के मौके पर प्रार्थना का आयोजन किया गया। वहीं दोपहर तीन बजे सेंट जोसेफ कैंपस से क्रूस का जुलूस निकाला गया। चौदह स्थानों पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया क्योंकि प्रभु यीशु ने चौदह स्थानों पर प्रार्थना की थी। क्रिश्चियन सोसायटी के लोगों ने प्रभु यीशु को क्रूस पर चढ़ाए जाने के बाद चर्च में प्रार्थना की। सेंट जोसेफ महागिरजाघर के बिशप थॉमस थुरुथिमट्टम ने प्रभु यीशु की प्रार्थना सभा में आए विश्वासियों को आशीष दिया। इसी क्रम में धर्मपुर स्थित सेंट एंथोनी चर्च में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर फादर जेम्स पी, फादर सिजो समेत विश्वासी मौजूद रहे। फादर सिजो ने बताया कि सुबह क्0.फ्0 बजे से प्रभु यीशु के फिर से जीवित होने का महोत्सव मनाया जाएगा।
चर्च के क्वॉयर ने प्रस्तुत किया गीत सेंट जॉन चर्च के पुरोहित रेब्ह0 संजय विंसेंट ने बताया कि ख्0क्ब् साल पहले ईसा मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। उन्हें म् घंटे तक क्रूस पर लटकाया गया। इसी क्रम में चर्च के क्वॉयर ने अपने गीतों में अपनी भावनाओं को प्रकट किया। वहीं शास्त्री चौक स्थित क्राइस्ट चर्च के पुरोहित डीआर लाल ने प्रार्थना कराई। जबलपुर से आए पास्टर सलोमन मसीह ने प्रभु यीशु को याद किया। संडे को निकलेंगी झांकियां ब् अप्रैल की मार्निग विश्वासी कब्रिस्तान जाएंगे और प्रार्थना करेंगे। रात क्क् बजे गिरजाघरों में पूजा शुरू करने के बाद भ् अप्रैल की रात क्ख् बजे ईस्टर मिलन का सिलसिला शुरू होगा। उसके बाद केक काटने की प्रथा निभाई जाएगी। लोग एक दूसरे को ईस्टर की बधाइयां देंगे। ईस्टर के दिन प्रभु यीशु फिर से जीवित हो उठे थे। भ् अप्रैल को ईस्टर डे श्रद्धा व उल्लास के साथ सेलिब्रेट किया जाएगा। इस दिन कुछ लोग पहला परम प्रसाद ग्रहण करेंगे।