- यूजीसी ने देश की सभी यूनिवर्सिटीज को स्पेशल प्लांटेशन कैंपेन चलाने के दिए निर्देश

- 'वन स्टूडेंट वन ट्री' की तर्ज पर करना होगा प्लांटेशन

- पौधे प्रोवाइड कराने की जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी की होगी

GORAKHPUR : हरा भरा शहर, चारों ओर हरियाली, पॉल्युशन का नामों निशां नहीं। देश में ऐसा ही नजारा देखने का ख्वाब सभी के दिलों में बसा हुआ है। तरह-तरह के कैंपेन और प्लांटेशन सेरेमनी ऑर्गेनाइज कर हरा भरा करने की कोशिशें लगातार चल रही हैं। देश को हरा भरा बनाने के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन ने भी कदम आगे बढ़ाया है। इसके लिए उन्होंने सभी यूनिवर्सिटीज कैंपस को स्पेशल प्लांटेशन ड्राइव चलाकर हरा भरा बनाने की हिदायत दी है, जिससे कि कम के कम यूनिवर्सिटी का एंवायर्नमेंट सेफ और हेल्दी हो सके। इस ड्राइव में यूनिवर्सिटी न सिर्फ स्टूडेंट्स को प्लांटेशन के लिए पौधे अवेलबल कराएगी, बल्कि इसके लिए ब्रॉड वे में पब्लिसिटी भी करानी है।

'वन स्टूडेंट, वन ट्री' की तर्ज पर होगा प्लांटेशन

यूजीसी के सिक्रेटरी जसपाल एस संधु की ओर से सभी यूनिवर्सिटीज को भेजे गए लेटर में कैंपस को ग्रीन बनाने की बात कही गई है। उन्होंने यह साफ किया है कि यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूशंस में पढ़ने के दौरान एक स्टूडेंट को कम से कम एक पौधा लगाना जरूरी है। यही नहीं पौधा लगाने के बाद स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी/इंस्टीट्यूशन में रहने के दौरान इसकी न्यूट्रीशनिंग पर भी ध्यान देना होगा। इसके लिए उन्होंने एनएसएस के साथ ही दूसरे एलाइड डिपार्टमेंट्स में इम्पलीमेंट के साथ ही एफिलिएटेड कॉलेजेज में भी लागू कराने की बात कही है।

पहले से कर चुका है पहल

यूजीसी ने एंवायर्नमेंट को लेकर एंवायर्नमेंटल स्टडीज कोर्स की भी शुरुआत कर चुका है। इसके लिए यूजीसी ने सभी यूनिवर्सिटी को रिमाइंडर भी भेजा है कि जिन्होंने अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज में सिक्स मंथ कोर मॉड्यूल सिलेबस ऑन एंवायर्नमेंट स्टडीज कोर्सेज लागू कर लिए हैं, वह बधाई के पात्र हैं। वहीं जिन्होंने अभी तक लागू नहीं किया है, वह इसे जल्द से जल्द कर लें। ऐसा इसलिए है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया दोनों ने ही इसके लिए इंस्ट्रक्शन दिए हैं। अगर कोई यूनिवर्सिटी इसे लागू नहीं करता है, तो यह यूजीसी के आदेश की अवहेलना और कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट होगा, जिसके लिए उस यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूशन पर कार्रवाई भी हो सकती है।

Posted By: Inextlive