- नोटिस देने के बाद भी लोगों पर नगर निगम ने कराया मुकदमा

- 15 और जमीनों को नगर निगम ने किया चिन्हित

GORAKHPUR : नगर निगम की हजारों एकड़ जमीन अवैध कब्जे में है। इस जमीन से कब्जा हटाने में निगम असफल साबित हो रहा है। इसी को लेकर 20 जुलाई को आई नेक्स्ट ने 'अवैध कब्जे में उलझा विकास' हेडिंग से खबर पब्लिश की थी। खबर छपने के बाद जागे नगर निगम ने एक माह में 15 जगहों से अतिक्रमण हटाया है और दर्जन भर को नोटिस भेजा है। नोटिस के बावजूद कब्जा नहीं हटाने पर जीएमसी अब गोरखनाथ थाने में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी में है। गौरतलब है कि 25 अगस्त को तीन लोगों का दिए गए नोटिस की समय सीमा समाप्त हो रही है।

हर जगह है कब्जा

नगर निगम की सैकड़ों एकड़ भूमि शहर में इधर-उधर फैली हुई है। इनमें से कई का यूज नगर निगम कर रहा है। जिन पर दुकानें, कर्मचारियों के लिए आवास या नगर निगम ऑफिस हैं। नगर निगम की लगभग 1 हजार एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है। कंप्लेन मिलने पर टीम कार्रवाई करने जाती है, लेकिन अल्टीमेटम देकर वापस लौट आती है। उसके बाद रिमाइंड न कराने पर फिर कब्जा हो जाता है। नगर निगम के राजस्व विभाग के एक कर्मचारी ने बताया कि जमीन पर कब्जा करने वाला अगर दबंग है तो टीम अल्टीमेटम देकर चली आती है और अगर कंप्लेन करने वाला पावरफुल है तो एक या दो दिन में कब्जा हटा दिया जाता है।

दर्ज होगा मुकदमा

नगर निगम के नायब तहसीलदार सतीश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि तीन कब्जेदारों को नोटिस दिया गया था जिसकी समय सीमा 25 को खत्म हो रही है। अगर तब तक अतिक्रमण हटाकर नगर निगम को सूचना नहीं दी जाती तो अगले दिन इन पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

चिन्हित किया और दे दिया नोटिस

लास्ट इयर कैंपेन चलाकर नगर निगम ने टोटल 52 जगहों से अतिक्रमण हटाया था। खबर पब्लिश होने के बाद एक महीने में 10 जगहों से अतिक्रमण हटाया है। यह वे जगहें हैं जहां अतिक्रमण हटाने के लिए जीएमसी सालों से नोटिस देता रहा है। 15 अन्य जमीनों को चिन्हित किया गया है, जल्द ही इन पर कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive