सीएम की आमद से ठीक पहले थमीं जिम्मेदारों की सांसे
- मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में सीएम के आने से ठीक पहले गर्ल्स ने किया हंगामा
- मंगलवार की रात इंजीनियरिंग छात्रा के साथ हुए अपहरण की घटना से नाराज स्टूडेंट्स ने सेफ्टी की लगाई गुहार GORAKHPUR: मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी की गर्ल्स हॉस्टलर्स ने सीएम की आमद के चंद पल पहले जिम्मेदारों की सांसे रोक दी। पुलिस, प्रशासन के साथ ही यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के भी हाथ-पांव फूल गए। यह स्टूडेंट्स मंगलवार को हॉस्टल के बाहर हुई छात्रा के अपहरण की कोशिश से काफी नाराज थीं। इस दौरान उन्होंने जिम्मेदारों के सामने सेफ्टी-सिक्योरिटी समेत नौ सूत्रीय मांगें रखीं। हंगामे को काबू करने के लिए आनन-फानन में रजिस्ट्रार ने हॉस्टल वार्डन को निलंबित कर दिया। एक घंटे के बाद सभी मांगे पूरी होने का आश्वासन मिला, तब जाकर उन्होंने प्रोटेस्ट खत्म किया। घटना से आक्रोशित थीं हॉस्टलर्सएमएमएमयूटी में 2 दिसंबर को स्थापना दिवस और टॉपर्स स्टूडेंट्स को सम्मानित करने के लिए समारोह का आयोजन किया गया था। प्रशासनिक अमले के साथ ही पुलिस भी चारों तरफ मुस्तैद थी। इस बीच मंगलवार रात हुई घटना के विरोध में गर्ल्स हॉस्टलर्स ने हंगामा शुरू कर दिया। सोर्सेज की मानें तो देर रात कवि सम्मेलन से लौट रही छात्रा को उसके हॉस्टल के पास से तीन युवकों ने पकड़कर झाड़ी की ओर खींचने की कोशिश की। जब छात्रा ने शोर मचाया, तो कार्यक्रम से बड़ी संख्या में लौट रहे छात्र वहां पहुंच गए। उनको देखते ही अपहरणकर्ता वहां से भागने की कोशिश करने लगे, लेकिन छात्रों ने उनमें से एक को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपी का क्या हुआ? इस बारे में देर रात तक पता नहीं चल सका।
सीएम की आमद पर यह सिक्योरिटी? हॉस्टलर्स का कहना था कि जिस तरह की घटना मंगलवार की रात हुए, उससे यूनिवर्सिटी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लग गए हैं। गर्ल्स हॉस्टलर्स का कहना है कि सीएम का प्रोग्राम होने के बाद भी जब ऐसी घटना हो सकती है, तो यूनिवर्सिटी की सुरक्षा कैसी होगी? इसके बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। हॉस्टलर्स ने मांग की है कि छात्रा के साथ घटना को अंजाम देने वाले मनबढ़ों के खिलाफ यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने कोई गंभीर कदम नहीं उठाया। उपर से जब इस बात की शिकायत करने के लिए वार्डेन स्वाती गंगवार से मुलाकात की गई, तो उन्होंने यूनिवर्सिटी से बाहर करने की धमकी दे डाली। ऐसे में अगर जिम्मेदार ही उनका साथ नहीं देंगे, तो स्टूडेंट्स खुद को कैसे सेफ रखेंगे।एसपी तक की नहीं सुनी
लड़कियों की भीड़ देखकर अतिथि भी मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे एसपी सिटी हेमंत कुटियाल ने भी काफी देर तक लड़कियों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन हास्टलर्स ने एसपी सिटी की भी नहीं सुनी। बाद में रजिस्ट्रार केपी सिंह के मौके पर पहुंचने के बाद गर्ल्स हॉस्टलर्स ने जब वार्डेन को निलंबित करने पर अड़ गई। गर्ल्स हॉस्टलर्स का कहना था कि जब तक उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते हैं। तब तक वह चुप बैठने वाली नहीं हैं।
सीएम से करती शिकायत गर्ल्स हास्टलर्स की मांग थी कि अगर उनके सुरक्षा की गारंटी यूनिवर्सिटी प्रशासन नहीं लेगा तो वह इसकी शिकायत चीफ मिनिस्टर अखिलेश यादव से करेंगी। इसकी जानकारी होते ही सीएम के आने से ठीक पहले ही रजिस्ट्रार केपी सिंह ने नौ सूत्रीय मांग में से एक मांग तत्काल पूरी कर दी। बाकी के मांगों को लेकर उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थापना दिवस कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद एक मीटिंग बुलाई जाएगी। जिसमें यह तय किया जाएगा कि गर्ल्स हास्टलर्स को किस तरह से सिक्योरिटी प्रोवाइड कराई जाए। हालांकि मंगलवार की रात छात्रा के अपहरण मामले में खबर लिखे जाने तक कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई थी।गर्ल्स हास्टलर्स की मांग
- वार्डन स्वाती गंगवार का रेजिग्नेशन - हॉस्टल के चारों ओर लाइटिंग की व्यवस्था। - फेंसिंग ऑफ हास्टल - कैंटीन से हॉस्टल तक गार्ड की व्यवस्था। - कैंटीन से हॉस्टल तक सीसीटीवी कैमरा - 8 पीएम तक कैंपस में एंट्री - लाइब्रेरी का आइडेंटिटी कार्ड - घटना के लिए जिम्मेदारों पर एफआईआर - प्रोटेस्ट करने वाले सदस्यों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं गर्ल्स हॉस्लर्स की कुछ मांग थी। जिसमें से एक मांग तत्काल पूरी कर दी गई। फर्स्ट ऑफ ऑल तो स्वाती गंगवार को वार्डेन के पद से हटा दिया गया है। बाकी के डिमांड मीटिंग के बाद पूरी कर दी जाएगी। केपी सिंह, रजिस्ट्रार, एमएमएमयूटी