आपको ये जानकर हैरानी होगी कि गल्र्स के साथ ही ब्वॉयज भी सेक्सुअल अब्यूज के शिकार हो रहे हैं. बचपन या जवानी में घर या बाहर सेक्सुअल अब्यूज के शिकार अधिकतर विक्टिम अपना ये दर्द घरवालों या किसी से शेयर नहीं कर पाते.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इस कारण उन्हें मेंटल ट्रामा यानी मानसिक आघात पहुंच रहा है। ऐसी ढेर सारी चौंका देने वाली बातें डीडीयूजीयू गोरखपुर के मनोविज्ञान परामर्श सेंटर में 500 से अधिक स्टूडेंट पर किए गए डिप्रेशन एंजाइटी स्ट्रेस टेस्ट में सामने आई हैं। आइए जानते हैं आगे की कहानी सिटी में सेक्सुअल अब्यूजटेस्ट में पता चला कि रूरल एरियाज में गल्र्स या ब्वॉयज को उनके रिलेटिव या अंकल यौन उत्पीडऩ का शिकार बनाए हुए हैं। जबकि सिटी एरिया में कोचिंग, स्कूल और ट्यूशन के समय विक्टिम सेक्सुअल अब्यूज का शिकार हुआ। हर डिपार्टमेंट से लिए गए बच्चे


डीडीयूजीयू के साइकोलॉजी डिपार्टमेंट में स्थित मनोविज्ञान परामर्श सेंटर में स्टूडेंट की काउंसिलिंग होती है। मनोवैज्ञानिक वत्सला पाठक और काउंसलर शुभांकर राय ने बताया कि दो साल में करीब 500 से अधिक स्टूडेंट्स का डिप्रेशन एंजाइटी स्ट्रेस टेस्ट लिया गया। यह टेस्ट यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएशन से पीजी के 18 से 23 साल तक के यंगस्टर पर किया गया। यूनिवर्सिटी के 29 डिपार्टमेंट यानी हर विभाग के बच्चे इसमे शामिल हुए।शादी पढ़ाई में बाधा

यहां के मनोवैज्ञानिक और काउंसलर की मानें तो 50 परसेंट गल्र्स पढऩे और 80 परसेंट ब्वॉयज बेरोजगारी की वजह से परेशान हैं। उन्होंने बताया कि 50 परसेंट गल्र्स ने बताया, उनके पेरेंट्स ग्रेजुएशन के बाद पीजी की पढ़ाई नहीं करने देना चाहते। सोशल प्रेशर की वजह से उनके पेरेंट्स ग्रेजुएशन के बाद ही शादी करा देना चाहते हैं। इस वजह से वह स्ट्रेस महसूस करती हैं। जबकि 80 परसेंट ब्वॉयज बेरोजगारी के बारे में सोच कर स्ट्रेस ले रहे थे, वह आगे के बारे में सोच ही नहीं पा रहे थे। उनकी लगातार काउंसिलिंग हुई और अब उनकी सोच बदली है। फैक्ट एंड फीगर18 से 23 साल के ग्रेजुएशन और पीजी के स्टूडेंट ने कराई काउंसिलिंग500 से अधिक बच्चों को किया डिप्रेशन एंजाइटी स्ट्रेस टेस्ट29 फैकल्टी के स्टूडेंट हुए शामिल300 गल्र्स काउंसिलिंग में आईं200 से अधिक ब्वॉयज ने काउंसिलिंग में किया पार्टिसिपेट1 स्टूडेंट की काउंसिलिंग में करीब 40 मिनट का लगा समय50 परसेंट गल्र्स की स्ट्रेस का कारण सोशल प्रेशर80 परसेंट ब्वॉयज की स्ट्रेस का कारण बेरोजगारी30-40 परसेंट को पता ही नहीं मेंटल प्रॉब्लम होती क्या है20-30 परसेंट को पता ही नहीं डिप्रेशन के लक्षण क्या हैं15 परसेंट बच्चों में मिली आत्महत्या की प्रवृत्ति10-20 परसेंट गल्र्स सेक्सुअल अब्यूज की शिकार50 परसेंट बचपन में और 50 परसेंट एडर्ट होकर हुई सेक्सुअल अब्यूज की शिकार10-15 परसेंट ब्वॉयज भी हुए सेक्सुअल अब्यूज के शिकार

(नोट: फैक्ट 2 साल में हुई फिजिकली काउंसिलिंग के हैं.)किसी भी तरह का लगातार स्ट्रेस महसूस करने पर साइकोलॉजिस्ट से जरूर परामर्श लेना चाहिए। यूनिवर्सिटी में 500 से अधिक बच्चों ने काउंसिलिंग कराई, इसका नतीजा यह रहा कि 90 परसेंट तनाव मुक्त जीवन जी रहे हैं।वत्सला पाठक, मनोवैज्ञानिक, डीडीयूजीयूअपनी बात शेयर ना कर पाने वाले घुटन में जीवन जीते हैं। तमाम तरह की परेशानियां उनके सामने आती हैं। समय से काउंसिलिंग कराने पर फायदा मिलता है। इससे उनकी प्रॉब्लम का सही समाधान मिलता है। शुभांकर राय, काउंसलर, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive