- पहले किशोरी की हत्या की फिर आत्महत्या साबित करने के लिए ट्रैक पर डाला

- चिलुआताल के महेसरा पुल के पास मिली लाश, सनसनी

GORAKHPUR: शर्मनाक पुलिस के लाख दावों के बाद भी गोरखपुर में फिर एक किशोरी दरिंदगी की शिकार हो गई। अंत-अंत तक खुद को बचाने की कोशिश भी उसकी नाकाम रही। दरिंदे सरीखे हत्यारों ने उसकी मौत के बाद भी दरिंदगी करते रहे और पुलिस सोती रही। हत्यारों ने खुद को बचाने के लिए और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए डेड बॉडी को रेलवे ट्रैक पर डाल दिया। रविवार सुबह चिलुआताल एरिया के महेसरा पुल के पास उसके शव के दो टुकड़े मिले। इससे सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौका-ए-वारदात से मिले साक्ष्य के आधार पर इसे हत्या मानते हुए जांच शुरू कर दी। किशोरी के चेहरे पर कई जगह चोट के निशान मिले हैं। चेहरे को खरोंचा भी गया है। इस कारण उसकी पहचान तत्काल नहीं हाे सकी है।

नाले में पड़ा था सिर

रविवार सुबह महेसरा गांव के लोग रेलवे ट्रैक की ओर गए तो जो देखा, उससे उनके रोंगटे खड़े हो गए। दहशत से पांव वहीं जम गए। ट्रैक पर किसी किशोरी का दो टुकड़ों में बंटा शव पड़ा था। सिर वाला हिस्सा ट्रैक से 50 मीटर दूर नाले में ट्रैक के बीच पड़ा था। पहले तो यही लगा कि शायद किशोरी ने आत्महत्या की होगी, लेकिन मौका-ए-वारदात पर मिले साक्ष्य से थोड़ी देर में पुलिस भी इस बात को मानने लग गई कि मामला हत्या का है। हत्या के बाद किशोरी के चेहरे को ब्लेड से खुरचकर पहचान मिटाने की कोशिश की गई थी। आंख के साथ ही शरीर के अन्य अंगों पर चोट के निशान थे। चेहरे को खरोंचे जाने के कारण शव की पहचान देर तक नहीं हो सकी।

मिले खून सने ब्लेड के टुकड़े

मौके पर पुलिस पहुंची ने आदतन ट्रैक पर शव देखकर आत्महत्या माना और जांच शुरू की। लेकिन जैसे-जैसे मौका-ए-वारदात की जांच आगे बढ़ी, वैसे-वैसे उसकी आत्महत्या की आशंका हत्या में बदलती चली गई। कुछ ही देर में पुलिस को यह बात समझ में आ गई कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि सोची-समझी साजिश के तहत की गई हत्या है और आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है। खून केवल ट्रैक व इसके इर्द-गिर्द ही होना चाहिए था लेकिन वह तो झाडि़यों तक था। खून के सहारे ही पुलिस फर्टिलाइजर के पीछे पेड़ों के पास तक पहुंची। वहां घास में खून से सने ब्लेड के दो टुकड़े मिले। वहां घास रौंदी गई थी। इससे कहानी कुछ यूं बनी कि किशोरी ने दरिंदों से काफी संघर्ष किया था। यह भी स्पष्ट हुआ कि इस दरिंदगी में दो या उससे अधिक व्यक्ति शामिल थे।

वह महिला कौन थी?

इतनी निर्दयता से हत्या की बात सामने आने के बाद पुलिस की जांच गंभीर हो गई। सघन जांच हुई तो कुछ दूरी पर दो जोड़ी चप्पले इधर-उधर मिले। इनमें एक जोड़ी चप्पल महिला की थी। यह या तो किशोरी की हो सकती है या फिर किसी और की। लेकिन यदि वह किसी और की चप्पल थी तो वारदात में किसी महिला के शामिल होने की बात भी सामने आ रही है। एकदिनी जांच में पुलिस ने यह माना है कि किशोरी को कम से कम दो लोग वहां तक लेकर आए। निर्दयता से उसकी हत्या की और सूसाइड केस क्लीयर करने के लिए रेलवे ट्रैक पर डेड बॉडी डाल दी।

डॉग स्क्वायड, फोरेंसिक टीम भी जुटी

चौकन्नी चल रही पुलिस ने वारदात को गंभीरता से लिया है। इसी के चलते कुछ ही देर में वहां डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक विभाग की टीम भी पहुंच गई। टीम ने मौके से सबूत जुटाए। हालांकि किशोरी की पहचान नहीं हो पाने के कारण पुलिस की जांच ठहर सी गई है लेकिन दावा है कि मामले का जल्द खुलासा कर लिया जाएगा।

ऐसा था वहां का नजारा

- किशोरी के चेहरे को ब्लेड से खरोंचा गया था। पहचान मिटाने की थी कोशिश।

- झाडि़यों में मिली खून सनी ब्लेड।

- कीचड़ से सना कपड़ा मिला। शायद जूझने के दौरान या जान बचाने के लिए किशोरी पानी भरे गड्ढे में कूद गई थी।

- रेलवे ट्रैक के पास एक महिला और एक पुरुष की चप्पलें मिलीं।

- खून से सने कपड़े मिले।

- घास पर संघर्ष के निशान मौजूद थे। किशोरी के साथ ज्यादती की आशंका

वर्जन

परिस्थियां हत्या की तरफ इशारा कर रही हैं। किशोरी की पहचान कराने की कोशिश की जा रही है। आसपास के गांवों में घूमकर पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटाने में लगी है।

- देवेंद्र शुक्ला, सीओ, गोरखनाथ

Posted By: Inextlive