समझौते की तरफ घोष कंपनी चौराहे की जमीन का मामला
- कब्जेदारों ने की पहल, कल करेंगे नगर आयुक्त से करेंगे मुलाकात
- 49 डिस्मिल जमीन पर नगर निगम बनाएगा कांप्लेक्स और अंडरग्राउंड पार्किंग GORAKHPUR: नगर निगम अगर एक मामला सुलझाने में सफल रहा तो माया बाजार, कोतवाली रोड और घोषकंपनी चौराहे जाम से मुक्त हो जाएंगे। इस जमीन पर कब्जा करने वाले लोग नगर निगम से समझौता के लिए पहल करने की तैयारी में है। बुधवार को नगर आयुक्त से कब्जेदार मिलकर अपनी बात भी रखेंगे। 1975 से नहीं दिया किरायानगर निगम के नायब तहसीलदार सतीश चंद श्रीवास्तव का कहना है कि नगर निगम के लिए यह बहुत कीमती जमीन है। 49 डिस्मिल जमीन 40 लोगों को कब्जा है, जिसमें चार लोग इस जमीन में हाई कोर्ट से स्टे लेकर आए हुए हैं। इनके कारण जमीन पर नगर निगम को कब्जा करने में काफी परेशानी हो रही है। कुछ लोग हम लोगों के पास आए थे और उन लोगों ने हम लोगों ने समझौते के लिए हाथ बढ़ाया है। उनकी कुछ शर्ते मौखिक रूप से कही है। जैसे ही लिखित समझौता पत्र देंगे, हम लोग उस पर विचार करना शुरू कर देंगे।
पार्किंग के लिए मिली है स्वीकृतिनगर निगम कार्यकारिणी ने इस जगह को पार्किंग स्थल बनाने के लिए स्वीकृति दे दी है। कार्यकारिणी सदस्य चंद्रभान प्रजापति ने बताया कि एक साल पहले जब नगर निगम कार्यकारिणी में इस जमीन के लिए मुद्दा उठा तो कब्जा लेने के बाद यहां अंडरग्राउंड पार्किंग के लिए स्वीकृत दी थी। नगर निगम पार्किंग बना देता तो माया बाजार, कोतवाली और घोष कंपनी चौराहा पर लगने वाले जाम से निजात मिल जाती। इन दोनों सड़कों और चौराहे पर हर रोज कम से कम 40 से 50 हजार पब्लिक को जाम का झाम झेलना पड़ता है।
वर्जन हम लोग तो चाह ही रहे हैं कि जो लोग कब्जा किए हुए हैं, वह अगर समझौता के लिए पहल करते हैं तो हम उनका स्वागत करते हैं। वह आए और अपनी शर्त रखें उस पर नगर निगम विचार करके मामले को सुलझाएगा। -राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त