लाल निशान लांघ गई घाघरा
- जलस्तर बढ़ने से बढ़ी बाढ़ की संभावना
- राप्ती और रोहिन नदी में फिलहाल कोई खतरा नहीं द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : पिछले 24 घंटे के भीतर हुई बारिश का असर नदियों पर नजर आने लगा है। घाघरा नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। घाघरा के बढ़ाव को देखकर जिला प्रशासन अलर्ट है। हालांकि राप्ती और रोहिन नदियों से फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। चरगांवा में कैंप रही 47 जवानों की एनडीआरएफ टीम हर स्थिति से निपटने की तैयारी कर चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के भीतर जिले में 78.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। एल्गिन ब्रिज पर पार किया डेंजर लेवलजिला आपदा राहत केंद्र के अनुसार घाघरा नदी का जलस्तर एल्गिन पुल, अयोध्या, बरहज और तुर्तीपार में देखा जाता है। डेंजर लेवल के बराबर पानी आते पर अलर्ट जारी कर दिया जाता है। एल्गिन ब्रिज पर नदी खतरे के निशान को पार कर चुकी है। अयोध्या, बरहज और तुर्तीपार में नदी का पानी तेजी से बढ़ाव पर है। घाघरा का पानी बढ़ने से राप्ती नदी के जलस्तर में ठहराव आ जाएगा। हालांकि गोरखपुर में राजघाट पुल पर राप्ती का पानी खतरे के निशान से तीन मीटर नीचे है। रोहिन नदी का पानी त्रिमुहानीघाट पर खतरे के निशान से चार मीटर नीचे बताया जा रहा है। इस वजह से फिलहाल जिले में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है।
बड़हलगंज, राजघाट में कैंप कर रही पीएसी बाढ़ की संभावना को देखते हुए एनडीआरएफ की टीम के साथ पीएसी भी मुस्तैद कर दी गई है। बड़हलगंज के पटनाघाट पर दो मोटर बोट के साथ पीएसी जवान कैंप कर रहे है। राप्ती नदी के राजघाट पुल पर पीएसी तैनात की गई है। 37 पीएसी जवानों की टुकड़ी को अलग-अलग बांटकर ड्यूटी सौंपी गई है। इनमें चार गोताखोर जवान हैं। राजघाट पुल के पास तैनात पीएसी जवान जरूरत पड़ने पर पानी के रास्ते रोहिन नदी की बाढ़ से भी निपटेंगे। मौसम पर पूरी नजर रखी जा रही है। बाढ़ आने की संभावना को लेकर अलर्ट जारी है। घाघरा का पानी बढ़ रहा है लेकिन रोहिन और राप्ती नदी से अभी कोई खतरा नहीं है। गौतम गुप्ता, परियोजना प्रबंधक, जिला आपदा राहत केंद्र