पार्षद की प्रॉपर्टी का हिसाब-किताब कर रही पुलिस
- नौ सितंबर को पुलिस ने आमर्स एक्ट में भेजा था जेल
- 15 साल से दहशत फैलाकर कमाई कर रहे सगे भाई GORAKHPUR: राजघाट एरिया के मिर्जापुर निवासी पार्षद सौरभ और उसके भाई चंदन की प्रापर्टी जब्त हो सकती है। दहशत फैलाकर प्रापर्टी कमाने की आशंका में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। 15 साल से दोनों भाई दहशत फैलाकर आर्थिक लाभ कमा रहे हैं। किसानों के भीतर भय पैदा करके जबरन उनकी भूमि हथिया लेना इनके गिरोह का पेशा बन गया है। चार तमंचा, 12 कारतूस बरामदराजघाट सहित पांच थानों की पुलिस टीम ने नौ सितंबर को मिर्जापुर वार्ड के पार्षद सौरभ विश्वकर्मा और उनके भाई चंदन को चार तमंचा और 12 कारतूस के साथ अरेस्ट किया। दोनों भाइयों के खिलाफ राजघाट में हिस्ट्रीशीट खुली है। आरोप है कि दोनों करीब 15 साल से अपराध करके लोगों में दहशत फैला रहे हैं। इसलिए मंगलवार की रात राजघाट पुलिस ने सौरभ, चंदन उनके गैंग में शामिल कमलेश कश्यप, कुलदीप कश्यप और रामबाबू गुप्ता के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की।
2005 से अपराधिक गतिविधियों में सौरभ, चंदनगैंगेस्टर के मुकदमे में एसओ अरुण पवार ने दर्ज किया कि 2005 से सौरभ और उसका भाई चंदन क्रिमिनल एक्टिविटी में शामिल हैं। उनके खिलाफ मर्डर, मर्डर की कोशिश, छिनैती, मारपीट, गवर्नमेंट के काम में बांधा डालने सहित कई मामले पहले से दर्ज हैं। इसके पूर्व में चंदन के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई हो चुकी है। तब कोर्ट से चंदन को राहत इस शर्त पर मिली थी कि वह जमानत पर छूटकर कोई क्राइम नहीं करेगा। लेकिन उसके खिलाफ दोबारा शिकायतें सामने आने लगी। दोनों भाई जेल में हैं।