10 साल पुरानी लिस्ट, 'ओवरचार्जिग' पर खिट-पिट
- जिला अस्पताल में काउंटर नंबर 12 के पास टंगी रेट लिस्ट नहीं हो सकी है अपडेट
- रेट लिस्ट अपडेट करने के निर्देश के बाद भी पुरानी लिस्ट लगने से आए दिन काउंटर पर हो रही तकरार सरोज निषाद - सर एक्स-रे करवाना है। कितना लगेगा? एंप्लाई - सिंगल साइड करवाना है या फिर दोनों साइड। सरोज निषाद - एक ही साइड में दर्द है तो एक साइड का 30 रुपए और दोनों साइड का 60 रुपए लगेगा। कितने का पर्चा काटें? सरोज निषाद - मगर जो जांच की टैरिफ लगाई गई है, उसपर 49 रुपए लिखा हुआ है। एंप्लाई - रेट लिस्ट अपडेटेड नहीं है। सरोज निषाद - अब जो रेट लिस्ट लगी रहेगी, पेशेंट्स उसी को समझेंगे।GORAKHPUR: यह बातचीत के कुछ अंश जिला अस्पताल में जांच कराने के लिए आए पेशेंट के तीमारदार के हैं, जिला अस्पताल के 12 नंबर काउंटर पर पहुंचे सरोज निषाद को रेट के कनफ्यूजन में बहस करनी पड़ गई। जिला अस्पताल में यह कोई नई बात नहीं है, बल्कि मरीज व तीमारदार दोनों के लिए इन दिनों रोजाना डॉक्टर, स्टाफ नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ के बीच तकरार की नौबत आ जा रही है। बोर्ड पर लगी स्लिप और मांगी जाने वाली फीस में डिफरेंस होने की वजह से रोजाना जिम्मेदार रोजाना तकरार कर रहे हैं। मगर सबकुछ जानने के बाद भी लिस्ट को अब तक अपग्रेड नहीं किया जा सका है।
10 साल पुरानी रेट लिस्ट जिला अस्पताल में काउंटर नंबर 12 के पास टंगे ट्रैरिफ जिला अस्पताल में आने वाले मरीज व तीमारदारों से रोजाना बवाल करवा रहे हैं। जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने रियल्टी चेक किया, तो पता चला कि दस साल पुरानी रेट लिस्ट टांगी गई है। जबकि कई जांचों के रेट रिवाइज किए जा चुके हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों ने उसे अब तक अपडेट नहीं किया है। जब रेट लिस्ट के अपडेशन को लेकर एसआईसी डॉ। एसी श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जो बाहर रेट लिस्ट टंगी हुई है, वह बेहद पुरानी है। उन्होंने बताया कि बंदी या फिर जिस मरीज का कोई भी परिजन न हो, उस कंडीशन में मुफ्त जांच कराई जाती है। सरकारी कर्मचारी, मेडिकल स्टाफ आदि के लिए जो निर्धारित रेट है, वे ही देना होगा। जांच के नाम पर वसूली - जिला अस्पताल में प्रतिदिन 1600-1700 की ओपीडी है। - मरीजों के जरूरत के हिसाब से जांच भी लिखी जाती है।- गवर्नमेंट की तरफ से दी गई निशुल्क जांच की सुविधा भी लाभार्थी कई बार अवेल नहीं कर पाते हैं।
- उनसे भी जांच के नाम पर पैसे ले लिए जाते हैं। - इस तरह की तमाम तरह की समस्याएं आए दिन एसआईसी ऑफिस पहुंच रही हैं। - जिसको लेकर एसआईसी ने कड़ी नाराजगी भी जाहिर की है, लेकिन जिम्मेदार रेट लिस्ट को लेकर संजीदा नजर नहीं आते हैं। जिला चिकित्सालय का टैरिफ प्लान डायबेटिक प्रोफाइल - 76 लिपिड प्रोफाइल - 78 एचबीएसएजी - 100 एचसीवी - 100 लीवर प्रोफाइल -104 आरएफटी - 100 केएफटी - 100 सीटी स्कैन हेड - 500 आरडीसी ईको - 300 टीएमटी - 200 जनरल - ईसीजी - 50 ईसीजी स्पेशल वार्ड - 60 ईसीजी प्राइवेट वार्ड -75 मेजर पीओपी - 267 माइनर पीओपी - 68 माइनर ऑपरेशन - 68 मीडियम आपरेशन -267 मेजर आपरेशन- 400 टीएलसी - 3 डीएलसी - 3 ईएसआर -3 आरबीएस -5 यूरिन -5 एक्स-रे चेस्ट - 30 एचबी -3 ब्लड ग्रुप - 10 यूनिट ब्लड - 400 यूनिट पीसीटी -200 एक्स-रे सिंगल साइड - 30 एक्स-रे डबल साइड - 60 प्राइवेट वार्ड एचबी -10 टीएलसी - 10 डीएलसी - 10 ईएसआर -10 आरबीएस -15 जीबीपी -15बी-यूरिन -30
एस क्रूटिन - 30
एस बिलरोबिम -30 एस बिलरोबिम - 30 एस बिलरोबिम - 30 एमपी - 10 पी काउंट - 15 एसजीपीटी - 30 एसजीओटी - 30 ब्लड शुगर - 15 वीडीआरआई - 30 बीटी -10 सीटी -10 विडाल -30 नोट - इस रेट लिस्ट में नहीं हुआ है बदलाव जिला अस्पताल में जो टैरिफ लिस्ट लगी है। वह बेहद पुरानी है। उसमें कई चीजें चेंज हुई हैं। जिसे अपडेट करना है। नई रेट लिस्ट लगाने के लिए कहा गया है। जल्द ही लगवा दिया जाएगा। - डॉ। अभय चंद श्रीवास्तव, एसआईसी