बेरोजगारों का जेब काटते हैं वे
- फेक वैकेंसी निकाल कर रहे हैं ठगी, बटोर रहे हैं लाखों का माल
- 10 रुपए के फॉर्म के साथ ही 250 का बनवा रहे हैं डीडी - टीचर से लेकर क्लर्क तक की वैकेंसी, सभी की पे स्केल एक ही केस - 1गोरखपुर के रहने वाले मोहम्मद यूनुस अपने बेटे को सरकारी नौकरी दिलाने के लिए फॉर्म लेकर घर पहुंचे। जब वह फॉर्म भरने लगे तो उनका माथा ठनका। फॉर्म तो सरकारी नौकरी के लिए था, लेकिन यह प्रदेश सरकार की ओर से नहीं, बल्कि केंद्र सरकार की ओर से जारी किया गया था। जब उन्होंने फॉर्म पर दी वेबसाइट पर इसकी जांच की तो मालूम हुआ कि वेबसाइट 26 नवंबर को ही एक्सपायर हो चुकी है और इसका रिन्यूअल भी नहीं कराया गया है। इतना ही नहीं इसमें कई प्रदेशों के लिए नौकरी निकाली गई है और सभी के पे स्केल सेम हैं। इस पर दिए गए मोबाइल नंबर पर भी संपर्क नहीं हो पा रहा था। जब उन्होंने जानने वालों को फॉर्म दिखाया, तब पता चला ये तो फेक है।
केस-2एसबीआई की ब्रांचेज पर पहुंच रही शिकायतों से यह नोटिस में आया है कि प्रोबेशनरी ऑफिसर के लिए किसी ने कैंडिडेट्स को फेक अप्वाइंटमेंट लेटर जारी किया है। इसको बाकायदा एसबीआई के साथ ही सेंट्रल रिक्रूटमेंट एंड प्रोमोशन डिपार्टमेंट और कार्पोरेट सेंटर की ओर से जारी किया गया है। इतना ही नहीं इंटरनेट पर फेक वेबसाइट बनाकर उसपर इसका रिजल्ट भी जारी कर दिया है। इसको देखते हुए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कैंडिडेट्स को अलर्ट रहने की सलाह दी है और वेरिफिकेशन के लिए एसबीआई की ओरिजनल वेबसाइट पर रिजल्ट चेक करने की हिदायत दी है।
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र: यह एक केस तो एग्जांपल भर है। रेलवे, टीचिंग और बैंकिंग, यह तीन सेक्टर ऐसे हैं, जिनमें सभी नौकरी करना चाहते हैं। इसमें नौकरी पाने के लिए यूथ और उनके फैमिली मेंबर्स लाखों खर्च करने के लिए भी तैयार हैं। मगर सरकारी नौकरी पाने का ख्वाब दिल में संजोए इन बेरोजगारों पर भी अब जालसाजों की तिरछी नजर पड़ गई है। नौकरी की तलाश में भटक रहे यूथ ही उनके टारगेट पर हैं। जालसाज उन्हें निशाना बनाने के लिए न सिर्फ डायरेक्ट कॉन्टैक्ट कर चूना लगा रहे हैं, बल्कि फेक फॉर्म और वेबसाइट के जरिए भी उनके सपनों को चकनाचूर कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला इन दिनों सामने आया है। इसमें जालसाज टीचर भर्ती का फॉर्म निकालकर लोगों से रुपए ऐंठ रहे हैं। मगर बेरोजगारी के मारे यूथ बिना जांच पड़ताल किए ही नौकरी के लिए पैसा खर्च करने में लग गए हैं।
फेक फॉर्म पर बांट रहे नौकरी जालसाजों की हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि वह कुछ भी कर गुजरने से नहीं डर रहे हैं। बेरोजगारों को लूटने के लिए उन्होंने मार्केट में बकायदा टीचर्स से लेकर क्लर्क तक की वैकेंसी के लिए फॉर्म निकाल रखे हैं। इसमें नौकरी तो उन्होंने सरकारी निकाली है, लेकिन दिया गया वेबसाइट लिंक डॉट ओआरजी यानि कि प्राइवेट ऑर्गनाइजेशन का है। वहीं दिए गए मोबाइल नंबर पर भी फोन नहीं उठ रहा है। इतना ही नहीं एक ही फॉर्म पर पूरे देश के लिए वैकेंसी निकाल दी गई है। इसकी खास ध्यान देने वाली बात यह है कि फॉर्म प्राथमिक शिक्षा अभियान के तहत गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की ओर से फॉर्म निकाला गया है। जबकि इसके लिए प्रदेश सरकार फॉर्म निकालती है। सभी के वेतनमान समानजालसाजों ने ग्रामीण कल्याण विकास योजना के तहत वैकेंसी तो निकाल दी है, लेकिन वह इसे प्रॉपरली मैनेज करने में कामयाब नहीं हो पाए। इसमें कंप्यूटर ऑपरेटर से लेकर टीचर्स, क्लर्क के करीब 11800 पदों के लिए वैकेंसी निकाली गई है, लेकिन इसमें सभी की पे स्केल 9300 से 34800 के बीच अनुमानित की गई है। जबकि सरकारी विभागों में पोस्ट के हिसाब से वैकेंसी निकाली जाती है, जिसकी पे स्केल अलग-अलग होती है। वहीं नर्सरी और प्राइमरी टीचर से लेकर बाकी सभी पोस्ट की एजुकेशनल क्वालिफिकेशन भी 12 पास रखी गई है।
ऐसे पहचानें असली - गवर्नमेंट जॉब हमेशा ही गर्वनमेंट की वेबसाइट पर दी जाती है। - इसके यूआरएल में डॉट जीओवी जुड़ा होता है। - इसकी इंफॉर्मेशन रोजगार समाचार में और उसकी वेबसाइट पर भी दी जाती है। - इसमें पोस्ट के अकॉर्डिग एलिजिबिल्टी और एजुकेशनल क्वालिफिकेशन तय होती है। - प्राइमरी टीचर्स की भर्ती केंद्र सरकार नहीं बल्कि प्रदेश सरकार की ओर से ही की जाती है। - फॉर्म भेजने का अड्रेस भी गवर्नमेंट ऑफिस का ही होता है। - फॉर्म भरने से पहले इसकी सत्यता की जांच वेबसाइट और विभाग से जरूर कर लें। कई विभागों में सामने आए मामलेशिक्षा विभाग में आई वैकेंसी ऐसी पहली वैकेंसी नहीं है, जिससे जालसाजों का फायदा हो रहा है। बल्कि रेलवे, रोडवेज, पोस्ट ऑफिस, बैंक में भी ऐसे कई मामले आए हैं, जिसमें जालसाजों ने फॉर्म भरवाना तक ही नहीं, बकायदा अप्वाइंटमेंट लेटर तक जारी कर दिया है। इसके बाद जब जांच हुई है तब हकीकत खुली है। रेलवे की विजिलेंस ने ऐसे जालसाजों को दबोचा भी था, लेकिन बावजूद इसके ऐसे मामलों में कमी नहीं आ रही है।
यह है रियल वेबसाइट www.ह्यढ्डद्ब.ष्श्र.द्बठ्ठ www.ह्यह्लड्डह्लद्गढ्डड्डठ्ठद्मश्रद्घद्बठ्ठस्त्रद्बड्ड.ष्श्र.द्बठ्ठ कॉन्टैक्ट - 022-22820427 ईमेल - ष्ह्मश्चस्त्र@ह्यढ्डद्ब.ष्श्र.द्बठ्ठ