- सोमवार देर हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार हुए थे पूर्व जिलाध्यक्ष के पुत्र

- थाने में पिटाई का आरोप लगा सपा नेता व अधिवक्ताओं ने किया कैंट थाने में हंगामा

- तीन चौकी इंचार्ज सहित चार के निलंबन करने के बाद शांत हुआ मामला

सोमवार देर हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार हुए थे पूर्व जिलाध्यक्ष के पुत्र

- थाने में पिटाई का आरोप लगा सपा नेता व अधिवक्ताओं ने किया कैंट थाने में हंगामा

- तीन चौकी इंचार्ज सहित चार के निलंबन करने के बाद शांत हुआ मामला

GORAKHPUR:

GORAKHPUR:

सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के पुत्र को थाने में पीटने के आरोप में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। कैंट थाने पर सपा कार्यकर्ताओं और वकीलों के जबर्दस्त हंगामे के बाद मंगलवार को एसएसपी ने यह कदम उठाया। गौरतलब है कि सोमवार देर रात इंदिरानगर, गोपलापुर में भूमि विवाद में गोलीबारी की घटना हुई थी। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों से चार लोगों को उठाया था। इनमें सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाल यादव के पुत्र गौरव यादव उर्फ अतुल भी शामिल थे। दूसरे पक्ष से गौरव के ऊपर गोली मारने का आरोप लगाया गया है।

पुश्तैनी विवाद में गोलीबारी

घटना के बारे में बताते हैं कि गोपलापुर, कैंट में हाइवे के किनारे पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के परिवार का अपनी पट्टीदारी के लोगों से काफी पहले से विवाद चल रहा है। सोमवार की रात एक पक्ष विवादित भूमि पर मिट्टी गिरवा रहा था। दूसरे पक्ष के इसका विरोध करने पर विवाद शुरू हो गया। इस दौरान चली गोली में पूर्व जिलाध्यक्ष के भाई चंद्रजीत यादव और दूसरे पक्ष के रामनयन घायल हो गए। चंद्रजीत को पेट में गोली लगी है जबकि रामनयन को कंधे में।

हुए गिरफ्तार

घटना की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने पूर्व जिलाध्यक्ष के पुत्र सहित दोनों पक्षों से दो-दो लोगों को अरेस्ट कर लिया। आरोप है कि रात में थाने लाने के बाद पूर्व जिलाध्यक्ष के पुत्र गौरव यादव की पुलिस वालों ने बुरी तरह से पिटाई कर दी। मंगलवार को इसकी जानकारी होने पर सपा जिलाध्यक्ष डा। मोहसिन खान और महानगर अध्यक्ष कृष्ण कुमार तिवारी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ थाने में पहुंच कर हंगामा शुरू कर दिए। इस बीच दीवानी कचहरी से बड़ी संख्या में थाने पहुंचे वकील भी हंगामे में शामिल हो गए। वे पूर्व जिलाध्यक्ष के पुत्र की कथित रूप से पिटाई करने वाले पुलिस वालों को निलंबित किए जाने की मांग कर रहे थे। हंगामे की जानकारी होने पर कैंट थाने पहुंचे पुलिस अधीक्षक नगर हेमराज मीणा और पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सिंह ने एसएसपी से बात करने के बाद कथित रूप से दोषी पुलिस कर्मियों ने निलंबित करने का आदेश दिया। इसके बाद हंगामा शांत हुआ।

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इन पुलिस कर्मियों पर गिरी गांज

पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सिंह ने बताया कि मोहद्दीपुर चौकी इंचार्ज नरेंद्र प्रताप राय, बेतियाहाता चौकी इंचार्ज दिनेश तिवारी, जटेपुर चौकी इंचार्ज मृत्युंजय सिंह व सिपाही योगेश सिंह को निलंबित किया गया है। चारों पुलिस कर्मियों पर आरोपी की पिटाई करने का आरोप है। इसकी जांच कराई जा रही है।

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गोली चलने के बाद मामला बिगड़ा

भूमि विवाद में चली गोली से घायल चंद्रजीत और रामनयन को मेडिकल कालेज में एडमिट कराया गया था। बाद में चंद्रजीत की हालत काफी गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उनको लखनऊ रेफर कर दिया है।

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दोनों पक्ष की तरफ से क्रॉसकेस

मारपीट और गोली मारने के मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। रामनयन यादव के पक्ष से शोभा यादव की तहरीर पर इंद्रजीत यादव, चंद्रजीत यादव, गौरव, राजेश यादव व तीन अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है। दूसरे पक्ष से इंद्रजीत यादव की तहरीर पर शोभा यादव व उनके भाई महेंद्र, रामनयन, रघुराई के अलाव उनके सहयोगी मुन्नू उर्फ अभिमन्यु तथा नत्थन को अभियुक्त बनाया गया है। दोनों पक्षों की तहरीर पर बलवा, हत्या के प्रयास, धमकी देने और लोक व्यवस्था भंग करने का अभियोग पंजीकृत हुआ है।

Posted By: Inextlive