उपभोक्ताओं की जेब पर डाका
-आधार से लिंक करने वाले फॉर्म पर वसूला जा रहा पैसा
-एजेंसी पर नहीं मिल रहे फॉर्म, दुकानों में बिक रही फोटो कॉपी -हजारों उपभोक्ता पांच से दस रुपए खर्च कर खरीद रहे फॉर्मGORAKHPUR: बैंक में सब्सिडी दिए जाने के नाम पर इन दिनों गैस एजेंसियां कंज्यूमर्स की जेब पर डाका डालने पर तुली हुई हैं। यह डाका गैस एजेंसियों की मिलीभगत से हो रहा है। पिछले कुछ दिनों से आई नेक्स्ट ऑफिस में लगातार शिकायतें आ रही थी कि गैस एजेंसियां सब्सिडी फॉर्म देने के नाम पर वसूली कर रहे हैं। जबकि नियमानुसार यह फॉर्म हर एजेंसी पर फ्री मिलने चाहिए। जब भी फॉर्म के लिए कंज्यूमर पूछता है तो वे नहींहोने का बहाना कर देते हैं। जबकि वही फॉर्म आस पास की दुकानों पर भ् से क्0 रुपए तक मिल रहे हैं। गैस एजेंसियों के कर्मचारियों की सेटिंग से चल रहे इस खेल का खुलासा किया है आई नेक्स्ट ने।
लाखों का है खेलसिटी की कई गैस एजेंसियों में यह खेल चल रहा है। एक-एक गैस एजेंसी के पास बीस हजार से ज्यादा उपभोक्ता हैं। एजेंसी के आस-पास स्थित दुकानों में पांच रुपए से दस रुपए का फॉर्म बिक रहा है। इस तरह एक एजेंसी दो लाख रुपए से ज्यादा की धांधली कर रही है। सिटी में कई प्रमुख एजेंसी उपभोक्ताओं की जेब पर फॉर्म लेने के नाम पर डाला डाल रही है।
एजेंसी कर्मचारी से बात-चीत रिपोर्टर- मुझे आधार लिंक करने वाले फॉर्म चाहिए। कर्मचारी- अभी नहीं मिल पाएगा, लंच के बाद आना। रिपोर्टर-मैं बहुत दूर से आया हूं। मुझे और बहुत काम है। कर्मचारी- तो आप सामने फोटो कापी की दुकान से फॉर्म ले लो। रिपोर्टर- फॉर्म तो एजेंसी से मिलना था फिर दुकान से क्यों लें? कर्मचारी- फॉर्म खत्म हो गए हैं वहां भी फोटो कापी मिलेगी। शॉप कीपर से बात-चीत रिपोर्टर- आप के पास आधार लिंक वाला फॉर्म है क्या? शॉपकीपर -फॉर्म की फोटो कापी है। रिपोर्टर- क्या फोटो कापी मान्य होगी? शॉपकीपर- हां, सभी लोग फॉर्म की फोटो कापी ले रहे हैं। रिपोर्टर- मुझे भी फॉर्म दे दीजिए शॉपकीपर- कौन से फॉर्म लेना है रिपोर्टर- आधार और बैंक को लिंक कराने वाला फॉर्म चाहिए। शॉपकीपर- ठीक है दस रुपए दीजिए रिपोर्टर- लेकिन फॉर्म तो फ्री है? शॉपकीपर- वो तो एजेंसी में है, लेकिन यहां तो फॉर्म की फोटो कापी दी जा रही है। पैसे तो लगेंगे। कालिंग-एजेंसी में आधार से लिंक करने वाला फॉर्म मिलना था, लेकिन चक्कर लगाने के बाद भी फॉर्म नहीं मिला। एजेंसी के सामने स्थित फोटो कापी की दुकान पर दस रुपए का फॉर्म खरीदा।
सुरेश, उपभोक्ता एजेंसी में फॉर्म मांगने पर नहीं मिलता है। वहां बैठे कर्मचारी सामने फोटोकापी की दुकान की तरह इशारा कर देते हैं। दुकान पर फॉर्म दस रुपए लेकर दिया जाता है। कई उपभोक्ताओं ने मेरे साथ ही फोटोकापी की दुकान से फॉर्म खरीदा है। विजय सिंह, उपभोक्ता इन एजेंसी में फॉर्म न मिलने की शिकायत आई नेक्स्ट के पास लगातार मिल रही थी। वहां एजेंसी के आस-पास की दुकानों में फॉर्म की फोटोकॉपी बेची जा रही है। क्। कर्मा गैस एजेंसी ख्- सौरभ गैस एजेंसी फ्- सुशीला गैस एजेंसी ब्- गंगा गैस सर्विस भ्- सावित्री गैस एजेंसी म्- प्रज्ञा गैस एजेंसी 7- अशोका गैस एजेंसी 8-शुक्ला इंडेन गैस एजेंसी