कब पूरी होगी ट्रेनिंग इन 56 गांव में
-अतिसंवेदनशील गांव में नहीं हुई बाढ़ से बचाव की ट्रेनिंग
-उपकरण पहुंचे, पर नहीं जानते ग्रामीण इसका यूज -अतिसंवेदनशील 120 गांव में सिर्फ 64 गांव में हुई ट्रेनिंगGORAKHPUR: मानसून समय से आने के साथ रफ्तार अच्छी रहने से बारिश की उम्मीद भी अच्छी है। इससे जहां लोगों में खुशी है, वहीं गांव के गांव दहशत में हैं। हर साल बाढ़ के खतरे से जूझने वाले इन गांव के लोगों में इस बार अधिक डर सता रहा हैं। क्योंकि जर्जर बांध और नेपाल में आए भूकंप के बाद लगातार हो रहे भूस्खलन और हिमस्खलन के कारण स्थिति खतरनाक हो सकती है। इसके बावजूद जिला प्रशासन ने जिले के 56 अतिसंवेदनशील गांव में अब तक बाढ़ से बचाव की ट्रेनिंग नहीं कराई है। हालांकि इन गांव में बाढ़ से बचाव के उपकरण पहुंच गए हैं। मगर बाढ़ आने पर उन्हें कैसे यूज किया जाएगा, इस बारे में कोई नहीं जानता।
कहीं लापरवाही न पड़ जाए भारी
हर साल आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने इस साल खुद ग्रामीणों को तैयार करने की योजना बनाई थी। इस योजना के तहत गोरखपुर के 120 गांव को बाढ़ के मद्देनजर अतिसंवेदनशील घोषित किया गया है। जिसमें आपदा प्रबंधन की ओर से एडीएम एफआर दिनेश चंद्र सिंह की अगुवाई में गांव में ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जाने थे। मानसून दस्तक देने वाला है। मतलब कभी भी बाढ़ अपना प्रकोप फैला सकती है। इसके बावजूद जिला प्रशासन अब तक सिर्फ 64 गांव में ही ट्रेनिंग प्रोग्राम करा सका है। मतलब 56 गांव इस बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए तैयार नहीं हैं। जबकि शासन की मंशा के मुताबिक इन सभी 120 गांव में लोगों को ट्रेनिंग देने के साथ उपकरण भी दिए जाने थे। जिससे वे अचानक आने वाली बाढ़ से निपट सके। उपकरण तो पहुंच गए हैं, मगर 56 गांव के लोग उसके यूज से अनजान हैं। ऐसे में बाढ़ आने की स्थिति में इन अतिसंवेदनशील गांव में तबाही मचना तय है।
जिले के करीब 120 गांव बाढ़ के लिहाज से अतिसंवेदनशील है। इन गांव में ट्रेनिंग प्रोग्राम करा कर बचाव के उपकरण दिए जाने थे। 64 गांव में ट्रेनिंग प्रोग्राम पूरा हो चुका है, मगर 56 गांव अभी बाकी है। उपकरण सभी तहसीलों में भेजे जा चुके हैं। जल्द इन बचे हुए गांव में भी ट्रेनिंग प्रोग्राम होगा। गौतम गुप्ता, परियोजना अधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन ट्रेनिंग नहीं पर पहुंच गया बाढ़ से बचाव के उपकरण -लाइफ जैकेट -लाइफ ब्वॉय -सर्च लाइट -फोल्डिंग स्ट्रेचर -जैरीकेन -मेगाफोन-फर्स्ट एड किट
-अग्निशमन यंत्र -सेफ्टी हेलमेट इन गांव में अभी बाकी है ट्रेनिंग तहसील - ट्रेनिंग (अधूरी) सदर - 8 सहजनवां - 8 गोला - 8 बांसगांव - 8 चौरीचौरा - 8 कैंपियरगंज - 8 खजनी - 8