साल 2020 में अपनी सगी भतीजी से दरिंदगी करने वाला हैवान मिथलेश विश्वकर्मा उर्फ मिठाई 3 साल बाद जेल से जमानत पर छूटा. उसी दिन उसने 3 साल की बच्ची को भी मारकर हवस का शिकार बना डाला. चिलुआताल एरिया की मासूम बच्ची की हत्या का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने यह बातें बताईं.


गोरखपुर (ब्यूरो)। पुलिस को 6 अगस्त की सुबह 5:30 बजे बच्ची के गायब होने की सूचना मिली। सात अगस्त को खाली प्लॉट में बच्ची की हत्या कर फेंका गया शव मिला। शक के दायरे में था परिवार


चिलुआताल के परमेश्वरपुरम में मंगरू की शादीशुदा बेटी मनिता तीन साल से बेटी को लेकर मायके में रह रही है। गीडा निवासी दूधनाथ से मनिता की शादी पांच साल पहले हुई थी। पति से झगड़ा होने के बाद वह मायके में रहने लगी। 5 अगस्त को वह घर के बाहर बेटी को लेकर सोई थी। भोर में उसकी नींद खुली तो बच्ची गायब थी। उसने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस अपहरण का मुकदमा दर्ज कर बच्ची की तलाश कर रही थी। तभी दूसरे दिन घर से थोड़ी दूरी पर एक प्लॉट में बच्ची का शव मिला। सबसे पहले बच्ची की मां, उसके पति, मामा-मामी और मनिता के दोस्त की तरफ पुलिस का शक गया। लेकिन मोबाइल लोकेशन और अन्य तथ्यों की जांच के बाद इन लोगों को पुलिस ने क्लीन चीट दे दी। उसी दिन जेल से छुटा था मिथलेश

पुलिस को पता चला कि जिस दिन बच्ची गायब हुई, उसी दिन परमेश्वरपुरम निवासी मिथलेश विश्वकर्मा जमानत कराकर जेल से बाहर आया था। पुलिस ने जब मिथलेस का इतिहास पता किया तो जानकारी हुई कि वह साल 2020 में अपनी सगी 9 साल की भतीजी के साथ रेप कर जेल गया था। उसने रेप के बाद भतीजी को निर्मम तरीके से मारा भी था। मरा समझकर उसे छोड़ा था। पुलिस को ये भी पता चला कि बच्ची की हत्या के बाद से ही वह गायब है। पांच अगस्त को वह जेल से छूटकर आया तो उसकी बड़े भाई से झगड़ा हुआ था। उस दिन उसने खूब शराब भी पी थी। इसके बाद वह नाराज होकर घर से निकला था। बच्ची के सिर को पैर से कुचलता रहा मिथलेश पुलिस ने मिथलेस को उसकी बहन के घर से बुधवार को अरेस्ट किया। पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो मिथलेस ने बताया कि वह रात 3 बजे बच्ची को उठाकर खेत में ले गया। वहां बच्ची रोने चिल्लाने लगी। तब उसने बच्ची का उठाकर जमीन पर पटक दिया। फिर पैर से भी उसका सिर कुचला। इसके बाद उसने बच्ची के साथ हैवानियत कर उसका शव खाली प्लॉट में फेक दिया। मिथलेश की निशानदेही पर बच्ची का अंडर गारमेंट भी पुलिस ने बरामद किया है। परिवार ने जान के बदले मांगी जान

बुधवार को बच्ची के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल था। बच्ची की मां मनिता और उसके नाना ने मांग की है कि बच्ची की जान गई है। इसलिए आरोपित मिथलेश को भी मौत की सजा मिलनी चाहिए। एक नजर में घटनाक्रम5 जून की देर रात 3 बजे बच्ची का हुआ अपहरण6 जून को 5:30 बजे पुलिस को सूचना दी गई7 जून को खाली प्लॉट में बच्ची का शव मिला9 जून को बच्ची की हत्या का आरोपित धरायासमाज के लिए घातक हैं ऐसे लोगकुछ लोगों के पर्सनॉलिटी में क्रोनिक ऑफेंडर पाया जाता है। उन्हें लॉ को तोडऩे और किसी को तड़पाना अच्छा लगता है। मेंटल केस में आप सुधार कर सकते हैं। लेकिन यह केस दूसरा है। इन्हें नैतिकता और अनैतिकता के बारे में ही कुछ नहीं पता होता है। ऐसे लोगों में सुधार बहुत मुश्किल है। इन्हें जब भी मौका मिलेगा वह घिनौना कृत्य जरूर करेंगे। किसी को तड़पाकर ही इनको खुशी मिलती है। ऐसे व्यक्ति को समाज में रखना बहुत ही खतरनाक है। प्रो। अनुभूति दुबे, एचओडी, साइकोलॉजी डिपार्टमेंट, डीडीयूजीयूहीनियस क्राइम करने में मिलती है खुशी
ऐसे व्यक्ति पैथालॉजिकल पर्सनॉलिटी के अंतर्गत आते हैं। असामान्य व्यक्तित्व के कारण व्यक्ति का समाज में समायोजन नहीं हो पाता है। ऐसे व्यक्ति हीन भावना के शिकार होते हैं। यह समाज द्वारा बनाए नियमों में पर नहीं चलना चाहते हैं। जिसे समाज घिनौना या हीनियस क्राइम समझता है। उस क्राइम को करने में इन्हें मजा आता है। इनके अंदर संवदेनाएं नहीं होती हैं। मोबाइल में अश्लीलता देखकर भी लोग कमजोर यानी बच्चों पर एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं।प्रो। संगीता पाण्डेय, एचओडी समाज शास्त्र डिपार्टमेंट, डीडीयूजीयूइस केस की चार्ज सीट जल्दी ही कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी। फास्ट ट्रैक कोर्ट में इस केस को चलाया जाएगा। मुकदमे की पैरवी तेज कर आरोपित को कड़ी से कड़ी सजा कराई जाएगी। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपए पुरस्कार की घोषणा की गई है।डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी

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