आग लगी तो बचा पाना मुश्किल
- मुख्यालय के आदेश पर सख्त हुआ विभाग
- अग्निशमन विभाग के इंस्पेक्शन में अस्पताल प्रशासन की खुली पोल GORAKHPUR : जिला व महिला अस्पताल की व्यवस्था की पोल उस समय खुली जब मुख्यालय के निर्देश पर अग्निशमन के अफसर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के विभिन्न वार्ड का इंस्पेक्शन में सिर्फ खामियां पाई गई। वर्ष 2012 में फायर सर्विस विभाग ने अस्पताल के भवनों का निरीक्षण कर उपकरण लगवाने के लिए स्थान चिन्हित किए थे। लेकिन मानक पूरे नहीं किए गए। अगर कभी आग लग जाए तो उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा। अफसरों ने जताई नाराजगीशनिवार सुबह लगभग 11 बजे अग्निशमन विभाग के अफसरों ने जिला अस्पताल के ओपीडी, इमरजेंसी, न्यू बिल्डिंग, प्राइवेट वार्ड समेत विभिन्न भवनों का निरीक्षण किया। यहां आग बुझाने के लिए उपकरण नहीं लगे हैं। यही हाल जिला महिला अस्पताल का भी है। इस दुर्व्यवस्था पर अफसरों ने नाराजगी जताई। भवनों के आसपास ना तो पानी की टंकी है, न ही हाइड्रेंट और ना ही होजरिल।
मुख्यालय के निर्देश पर सरकारी भवनों का इंस्पेक्शन किया जा रहा है। जिला व महिला अस्पताल में फायर सेफ्टी के नॉर्म्स नहीं पूरे हैं। इसकी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेजी जाएगी। सत्येंद्र पांडेय, अग्निशमन अधिकारी