सिटी में डॉक्टर्स ने माइक्रोवैस्कुलर सर्जरी कर युवक की उंगलियां बचा ली. युवक की उंगलियां बाइक की चेन में फंस कर कट गई. तर्जनी उंगली अलग हो गई.


गोरखपुर (ब्यूरो)।बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जन डॉ। नीरज कुमार नाथानी ने ऑपरेशन कर उंगली का रीइम्प्लांटेशन कर दिया। ऑपरेशन के बाद जुड़ी उंगली में दोबारा ताकत लौटने लगी है। चेन में फंसने से कटी अंगुली


बताया जाता है कि पादरी बाजार निवासी शुभम सिंह बीते 30 मार्च को घर पर बाइक साफ कर रहे थे। इस दौरान उनके बाएं हाथ की उंगलियां चेन में फंस गई। तर्जनी उंगली बाइक के चेन में फंस कर बीच से कटकर अलग हो गई। साथ ही इनके अंगूठे व तीसरी उंगली की भी खून की नसें कट गई। कटे हुए अंग के साथ को मरीज को लेकर परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। जहां प्लास्टिक सर्जन डॉ। नीरज कुमार नाथानी ने उन्हें देखा। डॉ। नाथानी ने बताया कि कटे हुए उंगली को सही तरीके से संरक्षित कर नहीं लाया गया। परिजन उसे कपड़े में लपेटकर लेकर पहुंचे थे। अस्पताल में टीम ने कटी उंगली को रूई में लपेटकर पॉलीथिन में बर्फ के साथ रखा। इसके बाद ऑपरेशन की तैयारी शुरू की गई। यह ऑपरेशन करीब चार घंटे तक चला। इस दौरान माइक्रोवैस्कुलर तकनीक से कटी उंगली के एक-एक बारीक धमनियों को जोड़ा गया। पिछले 10 दिन से मरीज को आईसीयू में रखकर अंग में ब्लड सर्कुलेशन की निगरानी की गई। मरीज का रीइम्प्लांटेशन सफल रहा।

Posted By: Inextlive