Gorakhpur University News : डीडीयूजीयू के रंगीन मिजाज प्रोफेसर के निर्देशन में रिसर्च नहीं करेंगी स्कॉलर्स
गोरखपुर (ब्यूरो)। यूनिवर्सिटी की इंटर्नल कमेटी ने डिपार्टमेंटल रिसर्च कमेटी (डीआरसी) को प्रोफेसर के अंडर रिसर्च कर रहीं स्कॉलर्स को दूसरे टीचर के निर्देशन में रिसर्च को पूरा कराने का सुझाव दिया है। उधर, जांच की 90 दिन की मियाद पूरी होने पर कमेटी अपनी विस्तृत जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय महिला आयोग को भेजने की तैयारी में जुट गई है।महिला आयोग से शिकायतगोरखपुर यूनिवर्सिटी के रंगीन मिजाज प्रोफेसर का अश्लील ऑडियो समेत अन्य सबूत भेजकर राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत की थी। इसपर राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूनिवर्सिटी की आंतरिक कमेटी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसी बीच 25 जुलाई को आयोगकी सदस्य डेलिना खोंगडुप ने प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर सर्वेश पांडेय के साथ गोरखपुर यूनिवर्सिटी पहुंचकर इंटर्नल जांच कमेटी के साथ बैठक की। बैठक के दौरान आयोग ने कमेटी को 30 दिन में प्राइमरी जांच और 90 दिन में विस्तृत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे।
डीआरसी को लिखा पत्र
महिला आयोग को विस्तृत रिपोर्ट देने की मियाद 25 अक्टूबर को पूरा हो रही है। इस बीच शुक्रवार को इंटर्नल कमेटी की बैठक प्रशासनिक भवन के कमेटी हॉल में हुई। बैठक में अबतक हुई जांच पर चर्चा की गई। इसमें यह फैसला लिया गया कि आरोपी प्रोफेसर के निर्देशन में जितनी भी फीमेल्स रिसर्च कर रहीं हैं, उनको हटाकर दूसरे टीचर के निर्देशन में उनकी रिसर्च पूरी कराई जाए। इसको लेकर कमेटी ने डीआरसी को पत्र भी लिखा है।डीन आट्र्स को सौंपी गई जिम्मेदारीहालांकि आरोपी प्रोफेसर डिपार्टमेंटल रिसर्च कमेटी में भी शाामिल है। इसलिए डीन आट्र्स को रिसर्च कर रहीं स्कॉलर्स को उसके निर्देशन से हटाकर दूसरे टीचर के निर्देशन में रिसर्च कराने की जिम्मेदारी दी गई है।