निर्विरोध प्रधान बनकर पेश की नजीर
- चौरीचौरा के महदेवा जंगल में ब्रजकिशोर यादव बने प्रधान
- बेटे मनोज की अपराधियों ने गोली मार कर दी थी हत्या CHAURICHAURA: ग्राम प्रधान का चुनाव जीतने के लिए जहां प्रत्याशी हर तिकड़म आजमा रहे हैं वहीं चौरीचौरा क्षेत्र के महदेवा जंगल से ब्रजकिशोर यादव निर्विरोध चुन लिए गए हैं। हर तरफ इस बात की चर्चा हो रही है कि प्रधानी चुनाव निर्विरोध जीतना इस दौर में आसान बात नहीं है। नवनिर्वाचित प्रधान को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। ब्रजकिशोर यादव पूर्व प्रधान मनोज यादव के पिता हैं। चुनावी रंजिश में ही मनोज की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पक्ष में एकजुट हो गया गांवब्रजकिशोर यादव के बेटे मनोज यादव महदेवा जंगल के प्रधान थे। इसी वर्ष 27 अगस्त की रात को अपराधियों ने मनोज यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसी समय से गांव में प्रधान पद रिक्त था। हत्यारोपी गांव के ही कुछ लोग हैं और हत्या का कारण चुनावी रंजिश के रुप में सामने आया। इस घटना के विरोध में पूरा गांव एक हो गया और सभी ने मिलकर ब्रजकिशोर यादव से चुनाव लड़ने का आग्रह किया। लोगों का मिजाज देख यहां से कोई दूसरा प्रत्याशी सामने आने की हिम्मत नहीं जुटा सका और ब्रजकिशोर निर्विरोध प्रधान चुन लिए गए।
प्रधान बनने के लिए बीडीसी का पद छोड़ा PIPRAICH: प्रधानी चुनाव का बुखार लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। इसी चुनाव में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद हासिल करने वाली बसंतपुर की झुमावती देवी प्रधान बनने की ख्वाहिश में बीडीसी पद से इस्तीफा दे दीं। मंगलवार को उन्होंने वर्तमान ब्लॉक प्रमुख आनन्द शाही और विकास खंड अधिकारी चन्द्रजीत यादव को इस्तीफा सौंप दिया। देर शाम इस्तीफा मंजूर होने के बाद उन्होंने प्रधानी पद के लिए पर्चा दाखिल कर दिया। लोगों में इस बात की खूब चर्चा है कि यदि समीकरण ठीक नहीं रहा तो प्रधानी तो मिलेगी नहीं, पिछला पद भी चला गया। सहजनवां में बिके 622 पर्चेSAHJANWA: पंचायत चुनाव में पर्चा खरीदगी के पहले दिन सहजनवां तहसील क्षेत्र के दो ब्लॉकों में प्रधान पद के लिए कुल 622 और सदस्य के लिए 477 पर्चे बिके। मंगलवार को सुबह 11 बजे ही काउंटर खुल गया। सहजनवां ब्लॉक क्षेत्र के लिए प्रधान पद के 347 और सदस्य 271 पर्चे बिके। वहीं पाली ब्लॉक में 391 प्रधान और 206 सदस्य के लिए पर्चे बिके। इस संबंध में सहजनवां ब्लॉक पर तैनात आरओ पंकज सिंह ने बताया कि कुल दस काउंटर बनाए गए हैं। इनमें दो काउंटरों पर पर्चो की बिक्री की जा रही है।
बूथ दूर होने से मुश्किल में वोटर URUVA BAZAR: ग्राम पंचायत भरथरी के राजस्व टोला सहुआपर में पोलिंग बूथ नहीं बनाए जाने के कारण यहां के वोटर मुश्किल में हैं। वोटरों ने गांव में ही बूथ बनाने के लिए एसडीएम खजनी को पत्र लिखा है। सहुआपार में प्राइमरी स्कूल है लेकिन इसका बूथ तीन किमी। दूर भरथरी में मनाया गया है। सहुआपार के 500 वोटरों को वोट देने के लिए तीन किमी। की दूरी तय करनी होगी। इसे लेकर लोग परेशान हैं। 250 में 11 अपात्र, नहीं जोड़े जाएंगे नाम SARAHRI: बालापार टिकरिया रोड पर वोटरलिस्ट से नाम हटाए जाने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने के बाद एसडीएम ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की थी। मंगलवार को जांच में यह बात गलत साबित हुई कि परमेश्वरपुर गांव के प्रधान पद के उम्मीदवार का नाम काटा गया है। वहीं दिए गए 250 नाम में से 11 लोग अपात्र पाए गए जिनका नाम सूची में नहीं जोड़ा जाएगा। जिन 11 लोगों का नाम काट दिया गया है, वे नाबालिग हैं। वोटरलिस्ट जांच के लिए चार टीम गठितSAHJANRA : क्षेत्र में वोटरलिस्ट को लेकर मचे बवाल के बाद मंगलवार को सहजनवां ब्लॉक पर उपजिलाधिकारी विनोद कुमार गौड़ ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उपजिलाधिकारी ने कहा कि हर जगह से वोटरलिस्ट से लोगों के नाम काटे जाने की सूचनाएं आ रही हैं। यह स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने मौके पर ही मामलों की जांच के लिए चार टीमें गठित कर दी। इस टीम ने मंगलवार को गोरेडीह, रघुनाथपुर, हरदी, भीटी रावत, बैदुली, भगोरा आदि गांवों की सूची की जांच की।
चुनाव में वोटरों की बहारGAGHA: गगहा क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत ग्राम प्रधान और सदस्यों के चुनाव को देखते हुए आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। प्रशासन आदर्श संहिता को लागू करने को लेकर कितना संजीदा है यह इसी बात से पता चल जाता है कि हर तरफ प्रत्याशी वोटरों को लुभाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपना रहे हैं और अधिकारियों को इसकी खबर तक नहीं है। वोटर भी प्रत्याशियों के रुपयों और संसाधनों से मौज कर रहे हैं। बड़े चुनावों की तर्ज पर प्रधानी चुनाव में भी प्रत्याशी खुलकर पैसे खर्च कर रहे हैं। वहीं जाति समीकरण पर भी ध्यान दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि जिस जाति के वोटर ज्यादा होंगे, उसी जाति के प्रत्याशी की जीत होगी। इसमें भीतरघात से बचने की भी कोशिश हो रही है। प्रत्याशी यह कोशिश कर रहे हैं कि उनकी जाति का कोई अन्य प्रत्याशी न खड़ा हो जाए वरना जातिगत वोट बिखर जाएंगे।