25 साल बाद खुला फर्जीवाड़ा
-फेक डॉक्युमेंट पर नौकरी करते पकड़ा गया रोडवेज ड्राइवर
- प्राथमिक जांच में पाया गया दोषी, नौकरी पर लटकी तलवार GORAKHPUR : फेक डॉक्युमेंट पर नौकरी करना रोडवेज के एक ड्राइवर को महंगा पड़ गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आरएम एसके राय ने गोरखपुर डिपो के ड्राइवर ध्रुव कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की जांच के लिए दिशा-निर्देश भी जारी कर दिया है। बर्खास्तगी के साथ सैलरी की हो सकती है रिकवरीरोडवेज से जुड़े सोर्सेज की मानें तो ड्राइवर पिछले ख्भ् साल से फेक डॉक्युमेंट्स पर नौकरी कर रहा था। इतने सालों बाद अचानक कुछ लोगों ने उसके अभिलखों के फर्जी होने की शिकायत कर दी। पहले तो विभाग ने संज्ञान नहीं लिया, लेकिन शिकायतकर्ता ने जब गंभीरता के साथ मामले को उठाया तो जांच शुरू हो गई। प्राथमिक जांच में ड्राइवर का ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी) और मार्कशीट कूट रचित पाया गया। यह मामला जब आरएम के पास पहुंचा तो उन्होंने गहन जांच के लिए टीम फॉर्म कर दी। साथ ही उसको निलंबित भी कर दिया। अब ड्राइवर की नौकरी पर खतरा मंडराने लगा है। जांच पूरी होने के बाद बर्खास्तगी तो होगी ही, साथ ही सैलरी की रिकवरी भी होगी। वहीं डिपार्टमेंट की ओर से उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जा सकता है।