यूपी में बनाकर बिहार में बेचते रहे नकली शराब
यूपी में बनाकर बिहार में बेचते रहे नकली शराब
- इधर पुलिस करती कार्रवाई, उधर बेफिक्र रहते कारोबारी - सहजनवां में पकड़ा गया नकली शराब का बड़ा कारोबार GORAKHPUR: एटा और फर्रुखाबाद में अवैध शराब से हुई मौतों पर जागा अमला दोबारा कारोबारियों की कमर तोड़ने में लगा है। रविवार को सहजनवां में क्राइम ब्रांच और पुलिस टीम ने नकली शराब बनाने वाले अंतरजनपदीय गिरोह को अरेस्ट किया। उनके पास से भारी मात्रा में अवैध शराब बनाने का सामान बरामद हुआ। गैंग के लोग मऊ जिले में अवैध शराब बनाकर भागलपुर में सप्लाई करते थे। बिहार में शराब बंदी का फायदा उठाते हुए कई बार नकली शराब की खेप पहुंचाई जा चुकी है। सोमवार को पुलिस लाइन में एसएसपी रामलाल वर्मा ने यह जानकारी दी। बताया कि गैंग के सरगना की तलाश की जा रही है। कालेसर में पुलिस ने की बरामदगीसहजनवां के गीडा स्थित एक फैक्ट्री से स्प्रीट और नकली शराब बनाने का सामान मऊ भेजा जा रहा था। इसकी जानकारी किसी ने एसएसपी रामलाल वर्मा को दी। एसएसपी के निर्देश पर क्राइम ब्रांच के सीओ अभय कुमार मिश्र ने टीम लगाई। एक ओर से सहजनवां पुलिस ने घेराबंदी की। रविवार रात पुलिस कालेसर मोड़ पर पुलिस ने डीसीएम और लग्जरी वाहन को रोक लिया। वाहनों में नकली शराब बनाने का सामान भारी मात्रा में बरामद हुआ।
मऊ से बिहार पहुंचते थे बंटी-बबली पकड़े गए लोगों ने पुलिस को बताया कि वह लोग मऊ के मधुबन, दुबारी स्थित दियारा में अवैध शराब की फैक्ट्री चलाते थे। वहां स्प्रिट से नकली बंटी-बबली देशी आईजीएल मार्का शराब बनाकर भागलपुर-बिहार में बेच आते थे। पुलिस ने दावा किया कि बरामद माल करीब 25 लाख रुपए का है। थाने से चला गया सरगना नकली शराब के कारोबार का सरगना पप्पू सहजनवां थाना से चला गया। वह थाने पर घूमता रहा। लेकिन पुलिस उस पर शिकंजा नहीं कस सकी। उसके गैंग के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके पुलिस ने जेल भेज दिया। पुलिस का कहना है कि चेकिंग के दौरान सिर्फ पांच लोग अरेस्ट किए गए। वह चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। लोकल पुलिस बनवा रही शराबएसएसपी ने कहा कि जिले में अवैध कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। एसएसपी ने माना कि पुलिस और आबकारी वालों की मदद से अवैध कारोबार चल रहा है। कहा कि किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब बरामद होने पर हल्का सिपाहियों को निलंबित कर दिया जाएगा। एसएसपी ने दावा कि अभियान चलाकर पूरे जिले से अवैध कारोबार को खत्म कर दिया जाएगा। सहजनवां में फैक्ट्री मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
इनकी हुई गिरफ्तारी - संजय कुमार निवासी दुबारी, थाना-मऊ, जिला- मधुबन। - राजेंद्र पाल, दुबारी, थाना- मऊ, जिला- मधुबन। - संजय कुमार, हांसूपुर, थाना- राजघाट। - मुन्ना, जदवापुर, थाना- पिपराइच, गोरखपुर। - जितेंद्र चौहान, झुंगिया बाजार, गुलरिहा। ये सामान हुआ बरामद - 350 लीटर स्प्रिट, जो कि प्रतिबंधित सामान है। - बबली और बंटी नाम का होलोग्राम, स्टीकर, यूपी आबकारी विभाग लिखा हुआ। - 50.000 हजार खाली रैपर। - 36 हजार खाली शीशी, प्रत्येक दो सौ मिलीलीटर। - आईजीएल मार्का का दो बोरा, गत्ते में भरा ढक्कान - पांच किलो यूरिया, आधा किलो नौसादर, दो वाहन अन्य जगहों पर हुई कार्रवाईजिले में 24 घंटे के भीतर अभियान चलाकर पुलिस ने 165 लोगों को अरेस्ट किया। विभिन्न थाना क्षेत्रों में 2999 लीटर शराब बरामद हुई। 65 क्विंटल लहन नष्ट करते हुए पुलिस ने करीब 70 भट्ठियां तोड़ी। उधर आबकारी विभाग ने गुलरिहा एरिया के भगवानपुर और जंगल भेलमपुर में कार्रवाई की। आबकारी विभाग ने इन गांवों से पांच सौ लीटर शराब बरामद किया। पांच हजार क्विंटल महुआ लहन नष्ट करते हुए टीम ने पांच लोगों को अरेस्ट करके जेल भेजा। भगवापुर में जंगल टिकरिया के पास धान के खेतों में अवैध कच्ची शराब का कारोबार चल रहा था।
हर बार मौत पर खुलती आंखें एटा और फरुर्खाबाद में जहरीली शराब से हुई मौतों पर पुलिस- प्रशासन और आबकारी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी जागे हैं। 2015 में पंचायत चुनाव के दौरान पिपराइच के जंगल छत्रधारी में अवैध शराब का कहर बरपा था। 25 नवंबर की शाम प्रधान प्रत्याशी की दावत में शराब पीने से लोगों की हालत बिगड़ गई। 26 नवंबर की सुबह तीन लोगों की मौत हो गई। गंभीर हाल 10 लोगों को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने अभियान चलाकर कार्रवाई की। राजघाट, तिवारीपुर, गोरखनाथ, खोराबार, चिलुआताल, गुलरिहा, झंगहा, चौरीचौरा, पिपराइच, पीपीगंज और कैंपियरगंज सहित कई थाना क्षेत्रों में अवैध बनने और बिकने लगी। वर्जनअवैध शराब के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई करती है। कारोबारियों को पकड़कर जेल भेजा जाता है। लेकिन छूटने के बाद वह दोबारा धंधा शुरू कर देते हैं। कच्ची शराब के कारोबार पर लगाम कसने के लिए फिर अभियान चलाया गया है। पुलिस कर्मचारियों की मिलीभगत मिलने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
रामलाल वर्मा, एसएसपी