कथित क्राइम ब्रांच ने रोडवेज ड्राइवर को उठाया
- मीडिया के संज्ञान में आने की बात जानकर ड्राइवर को छोड़ा
GORAKHPUR : रविवार की रात रोडवेज बस स्टेशन पर कुछ लोग खुद को क्राइम ब्रांच का बताकर रोडवेज ड्राइवर को ही उठा ले गए। खुद को क्राइम ब्रांच बताने वाली टीम बस में रखे दो बोरे खराब बर्तन भी यह कहकर साथ लेती गई कि इन बोरों में असलहे हैं। हालांकि टीम ने सैकड़ों पैसेंजर्स के सामने दोनों बोरों की तलाशी ली और उसमें कबाड़ बर्तन ही मिले। इस घटना से करीब दो घंटे तक रोडवेज बस स्टेशन पर अफरातफरी मची रही। देवरिया से लखनऊ जा रही बस के करीब 62 पैसेंजर्स को घंटों परेशान होना पड़ा। घटना के करीब दो घंटे बाद बस ड्राइवर किसी तरह कथित क्राइम ब्रांच के चंगुल से मुक्त होकर वापस आया, तब जाकर पैसेंजर्स ने राहत की सांस ली। पता चला गाड़ी नंबर नोट हो गया तो छोड़ दियाबस में सवार पैसेंजर्स के मुताबिक, बस नंबर यूपी 53 सीटी 3504 लेकर देवरिया से लखनऊ के लिए चली। रात करीब 9 बजे गोरखपुर रोडवेज बस स्टेशन पर पहुंची। जैसे ही बस गोरखपुर से लखनऊ के लिए खुली। वर्कशॉप गेट पर स्विफ्ट डिजायर गाड़ी नंबर यूपी 57 डब्ल्यू 6412 से सवार कुछ लोग आए और बस को चारों तरफ से घेर लिया। कुछ लोग बस के अंदर आकर यह कहने लगे कि सभी लोग नीचे उतर जाए क्योंकि इस बस में असलहे हैं। उन लोगों ने ड्राइवर और बस में रखे दो बोरों को अपने कब्जे में ले लिया। पैसेंजर्स के विरोध करने पर टीम ने सबके सामने तलाशी ली, लेकिन उसमें से कबाड़ बर्तन मिले। पैसेंजर्स के विरोध पर टीम ने कंडक्टर को तो छोड़ दिया लेकिन ड्राइवर और दोनों बोरों को साथ लेते गए। कथित क्राइम ब्रांच टीम के चंगुल से वापस आने के बाद बस ड्राइवर जवाहर प्रसाद ने बताया कि टीम के लोग मुझे पुलिस लाइन की तरफ ले गए और मुझसे यह कहकर पैसे मांगने लगे कि बचना हो तो पैसे दो। इतनी देर में मेरे मोबाइल पर देवरिया डिपो के रोडवेज अधिकारियों का फोन आने लगा। क्राइम ब्रांच की टीम ने मुझे फोन स्पीकर पर करके बात करने को कहा। मैने अपने कंडक्टर से बात किया तो उसने बोला कि जो लोग तुम्हे उठा कर ले गए हैं, उस गाड़ी का नंबर हम लोगों ने नोट कर लिया है। इस बात की जानकारी मीडिया को भी हो चुकी है। इतना सुनते ही टीम ने आनन-फानन में मुझे छोड़ दिया और दोनों बोरे लेकर चले गए।
कुछ लोग आए और बस में असलहा होने की बात करते हुए ड्राइवर को उठा ले गए। मुझे लखनऊ जाना है और मैं दो घंटे से इसी में परेशान हूं। मुझे इस बात की आशंका है कि वह क्राइम ब्रांच की टीम नहीं बल्कि अपहरणकर्ता थे। व्यास मणि उपाध्याय, पैसेंजर जो लोग ड्राइवर को उठा कर ले गए थे, वह हम लोगों को भी यह कहकर डरा रहे थे कि तुम सब फंसोगे। इस बस में रखे बोरों में असलहे भरे है। सभी पैसेंजर्स ने इसका विरोध किया तो वह लोग ड्राइवर को लेकर चले गए। शनि चौहान, पैसेंजर्स मुझे इस बात की अभी जानकारी नहीं है। अगर ऐसा है तो इस मामले की जांच कराई जाएगी और बस नंबर के जरिए पता किया जाएगा कि बस ड्राइवर को उठाने वाली टीम कौन थी। जरुरत पड़ी तो टीम की शिनाख्त परेड भी कराई जाएगी। लव कुमार, एसएसपी