Gorakhpur News : गूगल पर ना ढूंढिए सॉल्यूशन, बढ़ा देगा टेंशन
गोरखपुर (ब्यूरो)। गूगल पर ढेर सारी कंपनियों से मिलते जुलते नाम की वेबसाइट बनाकर जालसाज शिकार का इंतजार कर रहे हैं। आए दिन लोग इनके जाल में भी फंस रहे हैं। इसलिए सावधानी बेहद जरूरी है। यह बातें लिटिल स्टार एकेडमी में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर आर्गनाइज फेक फ्रेंड वर्कशाप में सामने आईं। वर्कशाप में साइबर क्राइम थाने के सब इंस्पेक्टर उपेन्द्र कुमार सिंह ने स्टूडेंट को सोशल मीडिया के साइड इफेक्ट के बारे में विस्तार से बताया। इससे पहले लिटिल स्टार एकेडमी के डायरेक्टर राहुल राय ने साइबर एक्सपर्ट का बुके देकर वेलकम किया। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट गोरखपुर के सम्पादकीय प्रभारी शिशिर मिश्र ने वर्कशॉप की रूपरेखा रखी। मिनटों में नहीं मिलता लोन
एक्सपर्ट ने बताया कि इंडिया में 35 परसेंट ऐसे लोग हैं, जो सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। इंडिया की जनसंख्या 1.4 अरब है। यहां कुल 47 करोड़ लोग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर एक्टिव रहते हैं। हर मंथ 4.2 परसेंट के हिसाब से इनकी संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में चोर, उचक्के भी अब राह चलते छिना झपटी छोड़ डिजिटल अपराध में इनवॉल्व हो रहे हैं। ये लोन देने के आसान तरीकों के जरिए आपकी जानकारी को हासिल सकते हैं और मिनटों में लोन देने का लालच देते हैं, लेकिन ऐसे लोगों से परहेज करें। क्योंकि कोई भी लोन मिनटों में नहीं मिलता है। एक्सपर्ट ने बताया कि सोशल मीडिया पर अवेयरनेस ही आपको बचा सकती है। फैक्ट एंड फीगर इंडिया की आबादी- 140 करोड़ सोशल मीडिया पर एक्टिव लोग - 47 करोड़हर मंथ सोशल मीडिया यूज करने वालों की बढ़ रही संख्या- 4.2 परसेंटआरटीओ वेबसाइट पर ठग ली गई टीचरएक्सपर्ट ने बताया कि सिटी के एक स्कूल की टीचर को अपना डीएल बनवाना था। इसके लिए वह गूगल पर आरटीओ का वेबसाइट खोजने लगीं। तभी उन्हें एक वेबसाइट मिली, जिस पर उन्होंने अपना फार्म भर दिया। इसके बाद उन्होंने उस पर पैसे भी जमा कर दिए। बाद में पता चला कि वह आरटीओ की वेबसाइट नहीं थी। किसी ने उससे मिलती जुलती फेक वेबसाइट बनाई हुई थी। टीचर ने फेक वेबसाइट के चक्कर में अपने 5000 रुपए गंवा दिए। ध्यान देने योग्य बातें। गूगल पर कोई भी वेबसाइट सर्च करते समय यह जरूर ध्यान दें कि उसमें ऊपर लॉक लगा है या नहीं। । अगर वेबसाइट का लॉक खुला हुआ है तो उस पर कतई ना टच करें।
। किसी भी वेबसाइट का यूआरएल को चेक करें कि वो द्धह्लह्लश्चह्य से शुरू हो रहा या नहीं, जिसमे स् यह दर्शाता है कि वेबसाइट सिक्योर हैएक्सपर्ट ने दिए बच्चों के सवालों के जवाबआंचल: गूगल से मिले जवाब पर हम विश्वास कर सकते हैं? जवाब: गूगल बिल्कुल सटीक जवाब नहीं देता है, इसलिए उसकी एक बार टीचर से भी जांच कराएं।अर्पित: सोशल मीडिया पर ढेर सारे लुभावने ऑफर और एड आते हैं। इन पर विश्वास किया जा सकता है? जवाब: लुभावने ऑफर के चक्कर में फंसकर कई लोगों ने पैसे गंवा दिए हैं, इसलिए इससे दूर रहिए। राहुल: जीमेल का पासवर्ड कैसा होना चाहिए? जवाब: जीमेल आईडी का पासवर्ड अल्फा न्यूमेरिकल होना चाहिए। मोबाइल नंबर, डेट ऑफ बर्थ, एनवर्सरी डेट या कुछ भी यादगार दिन कतई ना पासवर्ड में डालें।