बगैर जांच के कक्ष निरीक्षक तैनात
- UP board परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों के duty लगाने के लिए मंगाई गई थी सूची
Private college duty लगवाने में करते हैं गड़बड़झाला GORAKHP[UR: यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं में एक बार फिर गलत ढंग से कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई जा सकती है। बोर्ड परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए डीआईओएस की ओर से स्कूलों में एक फॉर्मेट भेजकर शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया था। स्कूलों की ओर से डीआईओएस को कक्ष निरीक्षकों का ब्योरा उपलब्ध करा दिया गया है, लेकिन विभाग की ओर से उन ब्योरों का वैरिफिकेशन नहीं कराया गया। बिना वैरिफिकेशन के ही उन पर मुहर लगाने की तैयारी चल रही है। ऐसे में जिस शिक्षक का ब्योरा स्कूल ने भेजा है उसके विषय की जांच किए बिना ही कक्ष निरीक्षक के तौर पर तैनाती दी जा रही है।427 कालेज से मांगी गई थी सूची
बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले के 427 इंटर कॉलेजों से शिक्षकों की लिस्ट और ड्यूटी रजिस्टर मांगा था। लिस्ट तो सभी विद्यालयों से आ गई, लेकिन ड्यूटी रजिस्टर सिर्फ कुछ विद्यालयों ने ही भेजा। विभाग की ओर से ऐसा पहली बार नहीं किया जा रहा है। करीब-करीब हर साल ऐन मौके पर कक्ष निरीक्षकों का परिचय पत्र बनाने का काम शुरु किया जाता है और जिलाधिकारी से प्रमाणित कराकर दो दिन पहले उनका वितरण कर दिया जाता है। वहीं शिक्षक बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी करते हैं।
इस तरह से होता है फर्जीवाड़ा जिले के निजी विद्यालय जिस विद्यालय में उनके बच्चों का सेंटर जाता है। वहीं अपने शिक्षकों की कक्ष निरीक्षक के तौर पर ड्यूटी लगवाते हैं। जिस विषय की परीक्षा होती है उसी विषय का शिक्षक उस दिन वहां पर ड्यूटी करता है। वर्जन विद्यालय शिक्षकों का ब्योरा भेज रहे हैं। बिना वैरिफिकेशन के किसी शिक्षक की तैनाती कक्ष निरीक्षक के रुप में नहीं होगी। कोई भी शिक्षक गलत ढंग से कक्ष निरीक्षक की ड्यूटी नहीं कर पाएगा। एएन मौर्या, जिला विद्यालय निरीक्षक, गोरखपुर