व्हाट्सअप पर तीन सौ रुपए में बिक रहा क्वेश्चन
यूनिवर्सिटी एग्जाम का लीक हो रहा प्रश्नपत्र
GORAKHPUR: जब से दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन के पेपर शुरू हुए तभी तो आई नेक्स्ट को ऐसी सूचना मिल रही थी कि एग्जाम से पहले ही पेपर लीक हो रहे हैं। आई नेक्स्ट टीम तभी से पूरे स्कैंडल को बेनकाब करने में जुट गई। सफलता मिली सैटर्डे को जब आई नेक्स्ट को सूत्र ने बीए पार्ट टू हिस्ट्री का पेपर उपलब्ध कराया। आई नेक्स्ट को सूत्र ने मार्रि्नग क्क् बजे पेपर उपलब्ध कराए। सूत्र ने बताया कि उसे यह पेपर व्हाट्सअप से मिला है और उसने इसके लिए तीन सौ रुपए दिए थे। पेपर पर क्वेश्चन हाथ से लिखे हुए थे। बता दें कि शनिवार को ही सेकेंड मीटिंग यानी ख् से भ् बजे के बीच बीए पार्ट टू हिस्ट्री का एग्जाम था। रिपोर्टर ने एग्जाम खत्म होने का इंतजार किया। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने एग्जाम खत्म हुए एग्जाम के पेपर का मिलान जब व्हाट्सअप वाले हैंड रिटेन पेपर से किया तो सारी कलई खुल गई। मिलान करने पर पता चला कि अधिकांश क्वेशचन एग्जाम के पेपर से मिल रहे थे। अगर इसे पढ़कर कोई एग्जाम देते वह सौ मेंसे सौ अंक ले सकता है।
एग्जाम के पहले मोबाइल पर क्वेश्चन पेपर्सडीडीयू यूनिवर्सिटी गोरखपुर में एग्जाम चल रहे हैं। एग्जाम में कुछ ऐसे लोग एक्टिव हैं जो परीक्षा के पहले क्वेश्चन पेपर्स बेच रहे हैं। सेटिंग के जरिए व्हाट्सअप से क्वेश्चन पेपर्स भेज देते हैं। इसकी सूचना परीक्षा शुरू होने के बाद से ही मिल रही थी। सैटर्डे को एक सूत्र ने रिपोर्टर को एक मैसेज भेजा। बताया कि दोपहर दो बजे से बीए सेकेंड इयर का हिस्ट्री का पेपर है। इसमें मिडेवल और मार्डन हिस्ट्री के प्रश्न पूछे जाएंगे। कहा कि मैसेज में भेजे गए प्रश्न पढ़कर पूरे नंबर पाए जा सकते हैं। ज्यादातर परीक्षा में पूछे जाएंगे। रिपोर्ट ने इसकी हकीकत जांची। प्रिंट आउट लेकर रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। रेलवे स्टेशन की घड़ी के सामने क्क् बजे व्हाट्सअप पर भेजे गए पेपर की तस्वीर उतारी, ताकि जिम्मेदारों को बताया जा सके कि किस तरह एग्जाम के पहले ही लोगों के हाथों में पेपर आ जा रहे हैं।
मेल खा रहे थे ज्यादातर प्रश्नदोपहर दो बजे से पेपर शुरू हुआ। पांच बजे पेपर खत्म होने के बाद रिपोर्टर यूनिवर्सिटी पहुंचा। दीक्षा भवन से एग्जाम दे रहे छात्रों पेपर मांगा। उसकी तस्वीर मोबाइल में ले ली। इसके बाद सुबह मिले प्रश्न पत्र से ओरिजनल का मिलान किया। व्हाट्सअप पर आए प्रश्न पत्र में ज्यादातर क्वेश्चन मेल खा रहे थे। उन सभी प्रश्नों के उत्तर देने पर अधिक से अधिक अंक मिल सकते हैं।
अथवा की आड़ में खेल रहे खेल व्हाट्सअप पर जारी प्रश्न पत्रों में खिलाड़ी 'अथवा' का खेल रहे हैं। इस बात की पूरी सावधानी बरत रहे हैं कि भेद न खुल सके। इसलिए ओरिजनल प्रश्न पत्र में पूछे गए अथवा वाले प्रश्नों का जिक्र नहीं किया जा रहा है। अथवा वाले प्रश्नों को छोड़कर ज्यादातर को बिल्कुल सटीक बताया जा रहा है। प्रश्न पत्र मिलने के बाद किसी भी स्टूडेंट के लिए एग्जाम देना बिल्कुल आसान होगा। सूत्रों का कहना है कि तमाम ऐसे छात्र हैं जो ऐसे ही प्रश्न पत्र बेचने वालों से साझेदारी करके अच्छे नंबर पा जाते हैं। फंसने का डर, हाथ से लिख रहे उत्तरएग्जाम के पहले पेपर बेचने वालों नया तरीका खोज निकाला है। वे लोग ओरिनल पेपर लीक नहीं कर रहे। बल्कि पेपर देखकर महत्वपूर्ण प्रश्नों को नोट करके कापी बना रहे हैं। ऐसे में वे यह सावधानी भी बरत रहे कि शब्दों, तारीख और समय में थोड़ा अंतर लिखा जाए। ताकि आसानी से पेपर लीक का मामला पकड़ में न आए। सैटर्डे को रिपोर्टर को जो प्रश्न पत्र मिला। वह हाथ से लिखा गया था। दोपहर में एग्जाम खत्म होने के बाद हकीकत सामने आ गई।
तीन सौ से लेकर पांच सौ में बिक रहे पेपर सूत्रों का कहना है कि पेपर लीक करने वाले तीन सौ से पांच सौ रुपए में पेपर बेच रहे हैं। उनके पास ज्यादातर विषयों के प्रश्न पत्र मौजूद हैं। डिमांड के अनुसार वह लोग सप्लाई करते हैं। इसमें पूरी सावधानी बरती जाती है। पेपर उन्हीं लोगों को मुहैया कराया जाता है जिनसे किसी तरह का खतरा न हो। उठ रहे सवाल -आखिर कौन लीक करा रहा है पेपर? -क्या इसमें कोई कर्मचारी टीचर शामिल है? क्योंकि बिना अंदरूनी सेटिंग के पेपर का बाहर आना नामुमकिन है। -इसमे कुछ कॉलेजों की सेटिंग तो नहीं? ताकि वे अपना रिजल्ट बेहतर कर सकें। लीक किया गया पेपर अ। शार्ट क्वेश्चन क्। वैलेफोर्स की घटना ख्। इलाहाबाद की संधि फ्। देशी भाषा संचार अधिनियम ब्। एलबर्ट गिल विवाद भ्। क्90ब् ई। कि भारतीय विश्वविघालय अधिनियम ब। लांग क्वेशचन क्। लार्ड इलहौजी के विभिन्न सुधारों पर प्रकाश डालिए। ख्। लार्ड हेरटिंग की मराठी नीति पर आलोचनात्मक परीक्षण दीजिए। स।क्। लार्ड कर्जन की विदेशी नीति की आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए।
ख्। भारत सरकार के अधिनियम क्9फ्फ् की प्रस्तुत विशेषताओं का वर्णन कीजिए। क्। टीपू सुल्तान पर टिप्पणी। ख्। लार्ड विनियम बेन्टी के विभिन्न सुधारों की व्याख्या नोट- उपरोक्त सभी क्वेशन ओरिजनल पेपर में थे। सिर्फ अथवा वाले क्वेश्चन नहींथे।